पाकिस्तान में छिपे आतंकी भारत के खिलाफ रच रहे ये बड़ी खौफनाक साजिश
जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले के के पट्टन इलाके से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां लश्कर-ए-तैयबा के दो मददगारों की गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा हुआ है।
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले के के पट्टन इलाके से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां लश्कर-ए-तैयबा के दो मददगारों की गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा हुआ है।
मददगारों को पाकिस्तान में छिपे आकाओं ने स्थानीय युवाओं को हथियारों की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजने की जिम्मेदारी सौंपी थी। दोनों युवक अब तक पांच को ट्रेनिंग के लिए भेज भी चुके थे। यह पाकिस्तान में पढ़ाई के नाम पर युवाओं को बरगलाते थे और उन्हें बाहर भेजते थे।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को उन्हें इस बात की पुख्ता जानकारी मिली कि वुसन के नजीर अहमद मीर का बेटा मौलवी शौकत अहमद मीर और अंदरगाम के मोहम्मद अकबर यत्तू का बेटा शौकत अहमद यत्तू सक्रिय स्थानीय आतंकी सलीम पररे और पाकिस्तानी आतंकी अबु जरगाम के संर्पक में है और उसकी मदद कर रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को मौके से अरेस्ट कर लिया।
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मौलवी को पहले भी पकड़ा जा चुका है
प्रारम्भिक जांच में ये बात सामने आई कि मौलवी को पहले भी पकड़ा जा चुका है। उसे यत्तू के साथ मिलकर लश्कर आतंकियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और उनके रहने के बंदोबस्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। साथ ही इन्हें पट्टन में लश्कर की जड़ें मजबूत करने के लिए स्थानीय युवाओं की संगठन में भर्ती का जिम्मा भी सौंपा गया था।
जानकारी ऐसी भी निकलकर सामने आई है कि हाल में वुसन और अंदरगाम से लापता युवाओं को इन्होंने ही आतंकी संगठन की सदस्यता दिलाई थी। अधिकारी के अनुसार दोनों युवाओं को वैध दस्तावेजों पर पाकिस्तान भेज रहे थे, जहां उन्हें हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती थी। वापसी पर उन्हें हथियार मुहैया कराए जाने थे। दोनों ने यह भी बताया कि उनके पास कुछ हथियार और गोला-बारूद है, जो उन्हें अबु जरगाम को मुहैया कराना था। सुरक्षाबलों ने ये हथियार बरामद कर लिए हैं।
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इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाला छात्र अचानक से हो गया था गायब
पुलिस के मुताबिक अधिकारी जम्मू में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले वुसन पट्टन का अब्दुल कयूम नामक युवा अचानक गायब हो गया। पूछताछ में सामने आया कि इन दोनों ने कयूम का पाकिस्तान का वीजा बनवाया था। 23 फरवरी को कयूम वाघा बॉर्डर से एमबीबीएस के लिए पाकिस्तान गया।
उसे पाकिस्तान हथियारों की ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था। 2018 में उन्होंने वुसन के उमर और गुलजार और लिद्दर पहलगाम के आदिल मीर और उमर खान के लिए भी वीजा तैयार किया था। इन्हें दाखिला के बहाने भेजा गया था लेकिन इनमें से दो युवा बारामुला में लश्कर के सक्रिय आतंकी हैं। पूछताछ में इन्होंने कई चौंकाने वाली बातें पुलिस को बताई हैं। जिसकी गहनता से जांच की जा रही है।