Kashmir Issue: महिला सुरक्षा पर आयोजित बैठक में पाकिस्तान ने उठाया कश्मीर मुद्दा, भारत ने दिया करारा जवाब
Kashmir Issue: संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रूचिरा कंबोज ने जरदारी की टिप्पणी को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया।
Kashmir Issue: आर्थिक एवं सियासी अस्थिरता के दौर से गुजर रहा पाकिस्तान कंगाल होने से बचने के लिए हर उस देश के दरवाजे पर मदद के लिए दस्तक दे रहा है, जिससे उसे मदद की उम्मीद है। लेकिन उसे कहीं से भी अपेक्षित रिस्पांस नहीं मिला है। हालत ये हैं कि जल्द आर्थिक सहायता नहीं की गई तो ये एशिया का दूसरा श्रीलंका बन जाएगा। इन सबके बावजूद यह इस्लामिक देश वैश्विक मंचों पर कश्मीर राग अलापना नहीं भूलता।
संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में पाकिस्तान ने एकबार फिर मीटिंग के तय एजेंडे से इतर जाकर जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया। पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की इस हरकत का यूएन में भारत की ओर से सख्त लहजे में जवाब दिया गया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रूचिरा कंबोज ने जरदारी की टिप्पणी को निराधार और राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस लायक भी नहीं है कि उसकी ओर से फैलाए जा रहे झूठे प्रचार का जवाब दिया जाए।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर संयुक्त राष्ट्र में ‘महिला, शांति और सुरक्षा’ विषय पर अफ्रीकी देश मोजाम्बिक की अध्यक्षता में बहस आयोजित किया गया था। बहस में हिस्सा में लेते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अचानक मूल विषय से भटकते हुए कश्मीर राग अलापना शुरू कर दिया। जिस पर भारत की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई।
कश्मीर पर भारत का कठोर रूख कायम
जम्मू कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति के बाद से पाकिस्तान और भारत के संबंधों पर बर्फ जमी हुई है। भारत ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान से अगर बात होगी तो उसके कब्जे वाले कश्मीर के मुद्दे पर। जब कभी किसी तीसरे पक्ष ने इस मुद्दे पर पाकिस्तान के हक में प्रतिक्रिया दी है, भारत ने इसका तीखा विरोध किया है।
पिछले दिनों इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी के महासचिव के बयान पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख का पूरा इलाका उसका अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा। भारत पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंधों का हिमायती है लेकिन इसके लिए पड़ोसी देश को आतंकवाद पर लगाम लगाना होगा और शत्रुता से मुक्त वातावरण तैयार करना होगा।