पंडित जवाहर लाल नेहरु: यहां जानें 'चाचा' से लेकर 'पीएम' बनने के बारे में सबकुछ
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन पर उनकी जंयती को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। आजादी के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू देश का पहला प्रधानमंत्री बने थे।
नई दिल्ली: भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन पर उनकी जंयती को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। आजादी के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू देश का पहला प्रधानमंत्री बने थे। उन्हें बच्चों से बेहद लगाव था। बच्चों के अधिकार, देखभाल और शिक्षा के बारे में लोगों को पंडित नेहरू ने ही जागरुक किया जाता था और इसलिए उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में चुना गया। उन्होंने विभिन्न शैक्षिक संस्थानों जैसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और भारतीय प्रबंधन संस्थान की स्थापना की थी।
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जानें कब मिली थी इस दिन को मान्यता
बाल दिवस को सबसे पहले 1925 में मनाया गया था, जिसके बाद 1953 में दुनिया भर में इसे मान्यता मिली। यूएन ने 20 नवबंर को बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की लेकिन यह अन्य देशों में अलग-अलग दिन मनाया जाता है। कई देशों में आज भी 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। 1950 से कई देशों में बाल संरक्षण दिवस (1 जून) पर ही बाल दिवस मनाया जाता है, जिसे वर्ल्ड चिल्ड्रन डे के नाम से जाना जाता है। यह दिन बच्चों के बेहतर भविष्य और उनकी मूल जरूरतों को पूरा करने की याद दिलाता है।
ऐसा था पंडित जवाहर लाल नेहरू का बच्चों के लिए प्रेम
पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाल प्रेम की एक कहानी है। एक बार वह अपने घर के बगीचे में टहल रहे थे। तभी एक छोटे बच्चे के रोने की आवाज आई। उन्होंने देखा तो दो माह का बच्चा दिखाई दिया। नेहरूजी ने सोचा- इसकी मां कहां होगी? कहीं कोई नजर नहीं आया। नेहरूजी सोच ही रहे थे कि बच्चा तेज रोने लगा। इस पर उन्होंने उस बच्चे को उठाकर बांहों में लिया और उसे थपकियां दीं, झुलाया तो बच्चा चुप हो गया और मुस्कुराने लगा। बच्चे की मां ने जब प्रधानमंत्री की गोद में अपने बच्चे को देखा तो आंखों से आंसू निकल आए।
‘चाचा नेहरू’ का जन्मदिन मना बाल दिवस
जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को हुआ था। आजादी के आंदोलन में जवाहर लाल नेहरू की निर्णायक भूमिका रही थी। 1964 में पंडित नेहरू के निधन के बाद उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
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जवाहर लाल नेहरू का बच्चों के प्रति काफी लगाव था, यही कारण रहा कि वह बच्चों में ‘चाचा नेहरू’ के नाम से प्रचलित हुए। जवाहर लाल नेहरू 15 अगस्त 1947 से लेकर 27 मई 1964 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे।
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर दी श्रद्धांजलि
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने 14 नवंबर गुरुवार सुबह ट्वीट कर लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि। पंडित नेहरू की आज 130वीं जयंती है, इस अवसर पर देश के कई हिस्सों में कार्यक्रम हो रहे हैं।
Tributes to our former PM Pandit Jawaharlal Nehru on his birth anniversary.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 14, 2019
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कांग्रेस पार्टी की तरफ से भी जवाहर लाल नेहरू को श्रद्धांजलि दी गई। कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट से जवाहर लाल नेहरू के विचार को ट्वीट किया।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने शांतिवन जाकर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को श्रद्धांजलि दी।
Being neutral in the face of oppression means choosing the side of the oppressor.
— Congress