पटना: जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने यहां सोमवार को कहा कि धान, पान और मखान वाले राज्य बिहार में किसान बदहाल है, युवा बेरोजगार हैं और उद्योग बंद हो रहे हैं। बिहार में आरक्षण को लेकर हो रही बयानबाजी के बीच उन्होंने स्पष्ट कहा कि अमीरों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए।
पटना में पार्टी के तत्वावधान में आयोजित 'युवा क्रांति संवाद' में आए लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी युवाओं को रोजगार, शिक्षा की बेहतरी और किसानों की आर्थिक हालत में सुधार के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
उन्होंने इस मौके पर 'रोजगार नहीं तो सरकार नहीं' आंदोलन की शुरुआत भी की।
आरक्षण की चर्चा करते हुए सांसद ने कहा, "जनसंख्या और गरीबी के आधार पर आरक्षण का निर्धारण होना चाहिए। सभी जाति के अमीरों का आरक्षण का मिलने वाला लाभ बंद किया जाना चाहिए। आरक्षण के नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए।"
उत्तर बिहार में नदियों में आने वाली बाढ़ को भ्रष्टाचार की उपज बताते हुए मधेपुरा के सांसद ने कहा कि प्रत्येक साल आने वाली बाढ़ के बाद राहत व पुनर्वास के नाम पर आने वाली सरकारी राशि ठेकेदार, नेता और अधिकारी मिलकर लूट लेते हैं।
उन्होंने नेता, अधिकारी और माफियाओं की संपत्ति का स्रोत बताने को अनिवार्य बनाने पर जोर देते हुए कहा कि ऐसा नहीं करने वाले लोगों की संपत्ति जब्त करने का प्रावधान किया जाना चाहिए।
पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वे बाढ़ से पांच बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए, लेकिन टाल और दियारा की समस्या का समाधान नहीं कर सके। बाढ़, मोकामा में रेलवे के कई कारखाने बंद हो गए, लेकिन नीतीश कुमार देखते रहे।
उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि धर्म और जाति के नाम पर अनेक आंदोलन होते हैं, लेकिन बेरोजगारी, गरीबी और भुखमरी के खिलाफ कोई आंदोलन नहीं होता।
--आईएएनएस