Parliament New Building: गणेश चतुर्थी पर होगा नए संसद भवन का श्रीगणेश, विशेष सत्र में मोदी सरकार का खास प्लान
Parliament New Building: संसद के विशेष सत्र की शुरुआत 18 सितंबर को संसद के पुराने भवन में होगी मगर 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन इसे नए संसद भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
Parliament New Building: मोदी सरकार की ओर से 18 सितंबर से संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है। अब इस विशेष सत्र के बारे में एक और नई जानकारी सामने आई है। संसद के विशेष सत्र की शुरुआत 18 सितंबर को संसद के पुराने भवन में होगी मगर 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन इसे नए संसद भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इस तरह गणेश चतुर्थी के दिन संसद के नए भवन का श्रीगणेश होगा।
संसद के विशेष सत्र को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार का दौर चल रहा है। दरअसल सरकार की ओर से अभी तक विशेष सत्र के एजेंडे का खुलासा नहीं किया गया है और इसे लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी बुधवार को इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने मांग की है कि सरकार की ओर से विशेष सत्र के एजेंडे का खुलासा किया जाना चाहिए।
विपक्ष ने किया था उद्घाटन का बायकॉट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। इस कार्य के लिए राज्यसभा और लोकसभा की ओर से 5 अगस्त 2019 को आग्रह किया गया था। शुरुआत में इसकी लागत 861 करोड़ आंकी गई थी मगर बाद में इसके निर्माण की कीमत 1200 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन किया था। देश के अधिकांश विपक्षी दलों की ओर से उद्घाटन समारोह का बायकॉट किया गया था। विपक्षी दलों का कहना था कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराया जाना चाहिए था।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सभी देशवासियों को इस स्वर्णिम क्षण की बहुत बधाई देता हूं। यह सिर्फ भवन नहीं है बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। यह हमारे लोकतंत्र का मंदिर है। उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास सेगोल को भी स्थापित किया था।
गणेश चतुर्थी पर होगा नए संसद भवन का श्रीगणेश
संसद के मानसून सत्र के दौरान नए संसद भवन में बैठकों को लेकर अटकलें लगाई गई थीं मगर मानसून सत्र के दौरान बैठकों का आयोजन पुराने संसद भवन में ही किया गया था। अब नए संसद भवन को लेकर नया अपडेट सामने आया है। इसके मुताबिक 18 सितंबर को संसद के विशेष सत्र की शुरुआत संसद के पुराने भवन में होगी मगर 19 सितंबर को इसे संसद के नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
19 सितंबर की तारीख इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि उसी दिन गणेश चतुर्थी है। इस तरह मोदी सरकार की ओर से तैयार किए गए प्लान के मुताबिक गणेश चतुर्थी के दिन संसद के नए भवन में बैठकों का श्रीगणेश होगा।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है नया संसद भवन
संसद की नई बिल्डिंग को चर्चित आर्किटेक्ट बिमल पटेल ने डिजाइन किया है। बिमल पटेल का ताल्लुक गुजरात के अहमदाबाद शहर से है। वे इससे पहले भी कई प्रसिद्ध इमारतों को डिजाइन कर चुके हैं। नया संसद भवन तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। त्रिकोण के आकार में बनाए गए नए संसद भवन की दिव्यता और भव्यता ने लोगों का दिल जीत लिया है। सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत नए संसद भवन का निर्माण कराया गया है।
भव्य संविधान हाल का भी निर्माण
भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए नए संसद भवन में एक भव्य संविधान हाल भी बनाया गया है। नए संसद भवन में सांसदों के लिए एक लाउंज, पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान की व्यवस्था की गई है। अगर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होती है तो एक समय में इसमें 1,280 सांसद बैठ सकेंगे।
मौजूदा संसद भवन में लोकसभा में 550 और राज्यसभा में 240 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। नए संसद भवन में तीन में गेट बनाए गए हैं ताकि आवागमन में किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।