‘तीसरी बार मौका मिलना कोई समान्य घटना नहीं, इनके नसीब में मैदान छोड़ना ही....’ विपक्ष के वॉकआउट पर बोले मोदी

PM Modi in Rajya Sabha: उन्होंने कहा कि आगामी पांच वर्ष गरीबों की गरीबी के खिलाफ निर्णायक वर्ष हैं। ये देश गरीबी की लड़ाई के खिलाफ जीतेगा। देश जब सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, तो जीवन के हर क्षेत्र पर इसका असर पड़ने वाला है। ।

Newstrack :  Network
Update:2024-07-03 12:30 IST

PM Modi in Rajya Sabha (सोशल मीडिया) 

PM Modi in Rajya Sabha: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा में भाग लिया है। पीएम मोदी राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दे रहे हैं। भाषण की शुरूआत से ही पीएम मोदी सदन में इंडी गठबंधन खासकर कांग्रेस पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि 60 साल बाद ऐसा हुआ है कि कोई सरकार तीसरी बार वापस आई है। यह छह दशक बाद हुई घटना कोई असामान्य घटना है। तीसरी बार मौका मिलना ऐतिहासिक है। सांसदों ने सदन की गरिमा बढ़ाई है।

हमारे 10 हुए हैं। 20 और बाकी हैं: मोदी

कांग्रेस और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर बिना नाम लिए तंज मारते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर मुंह फेरकर बैठे रहे, उनको समझ नहीं आया। जिनको समझ आया उन्होंने हो-हल्ला उस दिशा में किया कि देश की जनता की विवेक-बुद्धि पर कैसे छाया जाए, इसकी कोशिश भी की गई। पिछले दो दिन से देख रहा हूं कि आखिर तक पराजय भी स्वीकार हो रही है और विजय भी स्वीकार हो रही है। कांग्रेस के कुछ साथियों को धन्यवाद करना चाहता हूं, क्योंकि जब से नतीजे आए, तब से कांग्रेस के एक साथी को मैं देख रहा था। उनकी पार्टी उनको समर्थन नहीं कर रही थी, लेकिन वे अकेले ही झंडा लेकर दौड़ रह थे। मैं कहता हूं कि वह जो कहते थे, उनके मुंह में घी शक्कर। ऐसा मैं क्यों कह रहा हूं, क्योंकि उन्होंने बार-बार ढोल पीटा था कि एक तिहाई सरकार। इससे बड़ा सत्य और क्या हो सकता है? हमारे 10 हुए हैं। 20 और बाकी हैं। यह एक तिहाई हुआ। दो तिहाई होना बाकी है, इसलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर।

संविधान के सहारे मोदी का विपक्ष पर कड़ा प्रहार

चुनाव से संविधान पर हो रहे हो हल्ला पर पीएम मोदी ने कहा कि 'संविधान के 75वें वर्ष में हम प्रवेश कर रहे हैं। इसलिए एक सुखद सहयोग है। मेरे जैसे देश में बहुत से लोग हैं, जिनके परिवार में किसी का राजनीति से कोई सरोकार नहीं रहा है। मगर अब वो लोग आज देश में ऊंचे पद पर सेवा दे रहे हैं। इसका कारण बाबा अंबेडकर द्वारा दिया गया संविधान है। हमारे लिए सिर्फ संविधान के अनुच्छेद भर नहीं हैं, बल्कि इसकी भावना भी हमारे लिए अहम है। किसी भी परिस्थिति में संविधान हमारा मार्गदर्शन करता है। मैंने जब लोकसभा में हमारी सरकार की तरफ से कहा था कि हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएंगे, तो मैं हैरान हूं कि जो लोग आज संविधान को लेकर घूमते हैं, उन्होंने उसका विरोध किया था। अब जब हम 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं तो हमने इसे जन उत्सव के रूप में मनाने का फैसला किया है। देश की जनता ने हमें जो तीसरी बार अवसर दिया है, वो अवसर विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत की यात्रा को मजबूती देने के लिए, संकल्प को सिद्धि तक ले जाने के लिए देश को करोड़ों लोगों ने हमें आशीर्वाद दिया।

इस चुनाव में 10 वर्षों की सिद्धि पर मुहर लगी

मोदी ने कहा कि यह चुनाव 10 वर्षों की सिद्धि पर तो मुहर है ही, साथ ही भविष्य के संकल्पों पर भी मुहर है। देश की जनता का भरोसा हम पर है। इसी भरोसे के सहारे हमे तीसारी बार मौका दिया है। देश ने पिछले 10 वर्षों में हमारे देश की अर्थव्यवस्था को दसवें नंबर से पांचवें नबर पर पहुंचते देखा है। देश की जनता ने प्रोपेगैंडा को खारिज कर परफॉर्मेंस को तरजीह दी है। इस बार देश की जनता ने हमें पांचवे नंबर से तीसरे नंबर पर पहुंचाने का जनादेश दिया है और हम इस संकल्प को पूरा करके रहेंगे।

गरीबी हटाने पर मोदी ने कही ये बड़ी बात

उन्होंने कहा कि आगामी पांच वर्ष गरीबों की गरीबी के खिलाफ निर्णायक वर्ष हैं। ये देश गरीबी की लड़ाई के खिलाफ जीतेगा। देश जब सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, तो जीवन के हर क्षेत्र पर इसका असर पड़ने वाला है। 'विकास का नया इतिहास बनेगा। इस बार विकास का नया इतिहास बनेगा। बीते 10 सालों में किसानों को खेती में फायदा मिला है। एमएसपी पर रिकॉर्ड खरीदारी हुई, जिसकी जरूरत थी। हमारी सरकार किसान सम्मान योजना लाई। इसके तहत सरकार ने किसानों को तीन लाख करोड़ रुपये दिए, लेकिन विपक्ष किसानों के लिए झूठ फैला रहा है। देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों की सच बोलने की ताकत भी नहीं होती।

उच्च सदन में विपक्ष का भारी हंगामा, सदन वॉक आउट

लोकसभा की तरह इंडिया गठबंधन के सदस्यों ने राज्यसभा में भी पीएम मोदी के धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए हंगामा किया। प्रधानमंत्री के भाषण के बीच विपक्ष सदन के बाहर चल गया, लेकिन पीएम ने बोलना जारी रखा और विपक्ष के इस रवैये पर उन्होंने कहा कि इनके नसीब में मैदान छोड़ना ही है। यह उच्च सदन का अपमान है। आज ये संविधान की बात करते हैं, जबकि ये लोग कभी संविधान की रक्षा नहीं कर पाए। कांग्रेस सबसे बड़ी संविधान की विरोधी है। उन्हें 500 साल की बात करने का हक है, लेकिन आपातकाल पर नहीं बोलते हैं। ये कहते हैं कि ये बहुत पुराना मामला है। मोदी ने कहा कि आपातकाल एक मानवीय संकट भी था। उस समय कई लोगों की मौत हुई थी। आम आदमी को भी नहीं छोड़ा गया था। खुद के लोगों के साथ भी जुल्म हुआ था। शायद यह लोग भूल गए हैं, यहां तक कि कई लोगों का तो आजतक पता भी नहीं लगा।

Tags:    

Similar News