Parliament Special Session: लोकसभा और राज्यसभा में कल सुबह 11 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित
नए संसद भवन में पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन पहुंच चुके हैं। उन्होंने एवं अन्य सांसदों ने पुराने संसद भवन से नए संसद भवन तक का सफर पैदल ही तय किया।
नए संसद की ओर चले सांसद, आगे-आगे पीएम मोदी
पुरानी संसद से नई संसद की ओऱ प्रस्थान हो चुका है। प्रधानमंत्री मोदी के पीछे पक्ष और विपक्ष के सभी सांसद नए भवन की ओर जा रहे हैं। पीएम मोदी के साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, जेपी नड्डा हैं।
पुरानी संसद को संविधान सदन के रूप में जाना जाए: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज हम यहां से विदाई लेकर नए भवन में जा रहे हैं। गणेश चतुर्थी के दिन हम नए भवन में बैठ रहे हैं। लेकिन मैं दोनों ही सदन अध्यक्षों से प्रार्थना कर रहा हूं, आशा है कि आप दोनों उस विचार पर मंथन करके निर्णय जरूर करिए। मेरा सुझाव है कि जब हम नए सदन में जा रहे हैं तब इसकी गरिमा कभी भी कम नहीं होनी चाहिए। इसे पुरानी पार्ल्यामेंट कहकर छोड़ दें इसलिए प्रार्थना है कि भविष्य में अगर सहमति दें तो इसको संविधान सदन के रूप में जाना जाए। इससे उन लोगों को नमन होगा जो यहां बैठा करते हैं। यह भावी पीढ़ी को एक तोहफा होगा।
दुनिया आश्वस्त है कि भारत टॉप 3 में पहुंचकर रहेगा : पीएम मोदी
संसद के विशेष सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत पांचवी अर्थव्यवस्था पर पहुंचा है लेकिन पहले 3 के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। मैं जिस स्थान पर हूं उस जानकारी के आधार और विश्व के गणमान्य लोगों से बातचीत करता हूं उस आधार पर कह रहा हूं कि दुनिया आश्वस्त है कि भारत टॉप 3 में पहुंचकर रहेगा।
पीएम मोदी ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
पीएम मोदी ने कहा कि हम राजनीति के गुणाभाग में खुद को बांध नहीं सकते हैं। हमें हिम्मत के साथ फैसले करने होंगे। आज सोलर पावर एनर्जी क्राइसिस से मुक्ति की गारंटी दे रहा है। मिशन हाइड्रोजन पर्यावरण की समस्याओं को दूर करने का सामर्थ्य रखती है। आज सेमीकंडक्टर के बिना कोई तकनीक नहीं चल सकती है। जल जीवन मिशन, अमृत सरोवर हमारी भावी पीढ़यिों के लिए हैं। विश्व के बाजार में हमारा व्यापार पहुंचे, स्पर्धा के साथ खड़ा रहे।
आज भारत नई चेतना के साथ जाग उठा है : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने लाल किले की प्राचीर से सहा था कि यही समय है, सही समय है। एक के बाद एक घटनाओं पर नजर डालें तो हर एक घटना इस बात की गवाह है कि आज भारत एक नई चेतना के साथ जाग उठा है। भारत एक नई ऊर्जा से भर गया है। यही चेतना और ऊर्जा करोड़ों लोगों के सपनों को संकल्प में बदल सकती है और उन संकल्पों को हकीकत में बदल सकती है।
गुलामी की जंजीरों ने जुनून को दबा रखा था : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा दुनिया का बैंकिंग सेक्टर फिर एक बार चर्चा का केंद्र बना है। जी20 में मैंने बाली में भी देखा कि तकनीकी दुनिया को लेकर भारत का नौजवान जिस तरीके से आगे बढ़ रहा है यह पूरे विश्व के लिए कौतुक है। हम सब उस कालखंड में हैं, ऐसे भाग्यवान समय में हमें दायित्व निभाने का अवसर आया है। हमारा भाग्य है कि आज ऐस्पिरेशन उस ऊचाई पर है जो शायद हजार साल में नहीं रहे। गुलामी की जंजीरों ने जुनून को दबा रखा था। लेकिन मिलकर आज हम जहां पहुचे हैं वहां रुकना नहीं चाहता है। जब एस्पिरेशन सोसाइटी सपने संजोती हो। संकल्प लेकर निकली हो तब पुराने कानूनों से मुक्ति पाकर नए कानूनों का निर्माण करके उज्ज्वल भविष्य के लिए एक मार्ग प्रसस्त करने का दायित्व हम सभी सांसदों का होता है। 75 साल का अनुभव है। हमारे पूर्वजों ने जो भी रास्ते बनाए उससे हमने सीखा है। हमारे पास एक बड़ी विरासत है। इसके साथ अगर हमारे सपने जुड़ जाएँ, सोचने का दायरा बड़ा हो जाए तो हम भी भव्य भारत का चित्र खींच सकते हैं। उसमें रंग भर सकते हैं।
जानें क्या बोले- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, इसी सेंट्रल हॉल में राष्ट्रगान और तिरंगे को अपनाया गया। 1952 के बाद दुनिया के करीब 41 राष्ट्राध्यक्षों ने हमारे सांसदों को संबोधित किया है। हमारे राष्ट्रपति महोदयों के द्वारा 86 बार यहां संबोधन किया गया है। बीते सात दशकों में जो भी साथी इन जिम्मेदारियों से गुजरे हैं, अनेक कानूनों, अनेक संशोधन और अनेक सुधारों का हिस्सा रहे हैं। अभी तक लोकसभा और राज्यसभा ने मिलकर करीब-करीब 4 हजार से अधिक कानून पास किए हैं। कभी जरूरत पड़ी तो जॉइंट सेशन से भी कानून बनाए गए। दहेज रोकथाम कानून, बैंकिंग सर्विक कमीशन बिल हो, आतंक से लड़ने के लिए कानून हों, ये इसी गृह में संयुक्त सत्र में पास किए गए। इसी संसद में मुस्लिम बहन बेटियों को न्याय की जो प्रतीक्षा थी, शाहबानो केस के कारण गाड़ी उलटी पटरी पर चल गई थी। इसी सदन ने हमने उन गलतियों को ठीक किया और हम सबने मिलकर तीन तलाक कानून पारित किया
पीएम मोदी बोले- यह पल भावुक करने वाला है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज नए संसद में हम सब मिलकर नए भविष्य का श्रीगणेश करने जा रहे हैं। आज हम हम नए भारत के इरादे से नए भवन की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। यह भवन और उसमें भी यह सेंट्रल हॉल एक प्रकार से हमारी भावनाओं से भरा हुआ है। हमें भावुक भी करता है और हमें हमारे कर्तव्यों के लिए प्रेरित भी करता है। आजादी के पूर्व यह खंड एक प्रकार से लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल होता था। लेकिन बाद में संविधान सभा की बैठक यहां शुरू हुई। संविधान सभा की बैठकों के द्वारा गहन चर्चा करके हमारा संविधान यहीं पर आकार लिया। यहीं पर 1947 में अंग्रेजी हुकूमत ने सत्ता हस्तांतरण किया। उस प्रक्रिया का भी साक्षी यह सेंट्रल हॉल है।
आज जनता नए भारत के लिए आकांक्षी है: लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि हमारे भविष्य और आज के लिए अपना जीवन बलिदान दे दिया। जिन्होंने संविधान निर्माण में अमूल्य योगदान दिया हम उन्हें याद कर रहे हैं। हम उन सदस्यों को भी याद कर रहे हैं जो हमारे बीच आज नहीं हैं। मैं माननीय सांसदों का अभिनंदन करता हूं जिनके लंबे अनुभव का लाभ हमें मिल रहा है। यह संसद भवन अनेक ऐतिहासिक निर्णयों और घटनाओं का साक्षी रहा है। उन्होने कहा कि आज जनता नए भारत के लिए आकांक्षी है। लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैं ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।