Parliament Special Session: लोकसभा और राज्यसभा में कल सुबह 11 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित
Parliament Special Session: सदन में भारी हंगामें के बीच कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में महिला आऱक्षण बिल को पेश कर दिया। अब इस बिल पर 20 सितंबर को चर्चा होगी।
Parliament Special Session: संसद के विशेष सत्र का आज मंगलवार (19 सितंबर) को दूसरा दिन है। सेंट्रल हॉल के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने संबोधित किया और कहा कि अब पुरानी इमारत को संविधान सदन के रूप में जाना जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी की अगुआई में सभी सांसद नई इमारत में गए। आज का दिन इस तरह से ऐतिहासिक हो गया है। आज से ही नए संसद भवन में कार्यवाही भी शुरू हो गई है। विपक्ष के हंगामें के बीच कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल नें महिला आरक्षण बिल यानी कि 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' पेश कर दिया गया है। इस बिल पर कल यानी कि बुधवार (20 सितंबर) को चर्चा होगी।
भारतीय संसद की नई इमारत में आज से कामकाज शुरू हो जाएगा। लोकसभा और राज्यसभा की बैठक आज नये संसद भवन में क्रमश: दोपहर 1:15 बजे और 2:15 बजे होगी। संसद की 75 साल की यात्रा पर चर्चा के साथ 18 सितंबर को संसद का विशेष पांच दिवसीय सत्र शुरू हुआ। वर्तमान भवन के केंद्रीय कक्ष में एक समारोह के बाद बैठक नए संसद भवन में स्थानांतरित हो जाएगी। संसद सत्र शुक्रवार को समाप्त होगा।
दिल्ली के बीचोबीच कर्तव्य पथ पर बने नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया था। इस भवन में लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्य बैठ सकते हैं।
शिवसेना (यूबीटी) राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी महिला आरक्षण विधेयक पर कहा कि हमारे संविधान में सभी को समान अधिकार दिया गया है। इस लिए यह बिल जरूरी था। कई पार्टियों द्वारा भाजपा के साढ़े नौ साल पुराना घोषणापत्र में किया गया वादा याद दिलाया। हालांकि आने में देरी हुई लेकिन आशा है कि जल्द ही कार्यान्वित होगा। क्योंकि विधेयक में लिखा था कि तुरंत लागू नहीं होगा, परिसीमन होने के बाद ही लागू होगा। इसका मतलब 2029 तक यह आरक्षण लागू नहीं होगा। सरकार नें दरवाजा तो खोल दिया है लेकिन अभी भी महिलाओं के लिए कोई प्रवेश नहीं।
महिलाओं के आरक्षण से संबंधित बिल नारी शक्ति वंदन विधेयक 2023 के लोकसभा में पेश होने पर बिहार में जमकर जश्न मनाया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं नें होली खेलकर खुशी जाहिर की।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने महिला आरक्षण विधेयक पर कहा कि हमने कभी महिला आरक्षण का विरोध नहीं किया, जिससे महिलाओं को भी देश के नीति निर्धारण में उचित स्थान मिल सके। हमने भारत सरका से इसकी मांग पांच अगस्त, 2019 को किया था।
मंगलवार को लोकसभा में नारी शक्ति वंदन बिल पेश होने और राज्यसभा में पीएम मोदी और मल्लिकार्जुन खरगे समेत अन्य प्रमुख नेताओं के संबोधन के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस के सांसद मल्लिकार्जुन खरगे राज्यसभा में अपने भाषण में कहा कि ओबीसी महिलाओं को भी आरक्षण मिलना चाहिए। खरगे ने कहा कि कमजोर वर्ग की महिलाओं के साथ हो रहा भेदभाव। उन्होंने मांग किया कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल में ओबीसी महिलाओं के लिए भी आरक्षण हो। इस बयान के बाद रज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार भाषण दिया। पहले पुराने संसद भवन के सेंट्रल हाल में, उसके बाद लोकसभा में और अब राज्यसभा में। इसके बाद खरगे महिला आरक्षण बिल पर अपना पक्ष रखना शुरू किए। उन्होंने कहा कि इस बिल के लिए वे हमें श्रेय नहीं देते हैं। लेकिन मैं उन्हें ध्यान दिलाना चाहते हैं कि महिला आरक्षण विधेयक 2010 में पहले ही पारित हो चुका है। लेकिन यह यह रुक गया था। उनके इसी बयान के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। हंगामा रुकवाने के लिए सभापति सभापति जगदीप धनखड़ को हस्तक्षेप करना पड़ा।
लोकसभा में में नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल पेश होने के बाद राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक है। नया संसद भवन ऐतिहासिक फैसले का साक्षी बन गया है। हमारा प्रयास महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में भागीदारी मिले। पीएम मोदी ने कहा कि पहले टेक्नोलॉजी में बदलाव आने में 50 साल लग जाते थे। लेकिन आज यह कार्य सीर्फ कुछ हफ्तों में ही आ जाते हैं। वर्तमान में आधुनिकता अनिवार्यता बन गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पुराने संसद भवन में हम विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने थे। उम्मीद है कि नई संसदभवन में टॉप-3 अर्थव्यवस्था वाले देशों में शामिल होंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि संविधान में राज्यसभा की परिकल्पना उच्च सदन के रूप में की गई है। संविधान निर्माताओं का इससे यह सदन आशय रहा है कि राजनीति से उपर उठकर बौद्धिक विचार-विमर्श केन्द्र बने।
पीएम मोदी ने राज्यसभा में कहा कि नया संसद भवन सीर्फ एक बिल्डिंग नहीं है, बल्कि यह एक नयी शुरूआत का प्रतीक है। यह सदन देश के 140 करोड़ जनता में नई ऊर्जा, आशा और विश्वास पैदा करने वाला है।