Parliament Special Session : महिला आरक्षण बिल लोकसभा से पास, ऐतिहासिक विधेयक के पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े
Parliament Special Session: 'नारी शक्ति वंदन' बिल लोकसभा से पास हो गया। महिला आरक्षण बिल पर सभी दलों के सांसदों ने अपने पक्ष रखे। इस बिल पर पर्ची के जरिए वोटिंग हुई। पक्ष में 454 तो विरोध में 2 वोट पड़े। पीएम मोदी ने इसे ऐतिहासिक फैसला बताया।
Parliament Special Session: लोकसभा में लंबी चर्चा के बाद बुधवार (20 सितंबर) को महिला आरक्षण बिल पास हो गया। लोकसभा में महिला आरक्षण बिल को लेकर पर्चियों से वोटिंग हुई। इस आरक्षण बिल के पक्ष में 454 वोट पड़े, जबकि महिला आरक्षण बिल के विरोध में 2 वोट पड़े। आपको बता दें, महिला आरक्षण बिल लोकसभा में दो तिहाई बहुमत से पास हो गया।
लोकसभा सत्र के तीसरे दिन बुधवार को महिला आरक्षण बिल पर चर्चा हुई। सबसे पहले कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने लोकसभा में बिल के प्रावधानों के बारे में सदन में जानकारी दी। इसके बाद कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी कांग्रेस महिला आरक्षण बिल का समर्थन करती है। वहीं, होते-होते राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इस बिल पर अपनी बात रखी। उन्होंने भी इसका समर्थन किया। वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने चर्चा के दौरान मां दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी के रूप में देवियों के तीन स्वरूप को बताया। स्मृति ईरानी, निशिकांत दुबे, अधीर रंजन चौधरी, डिंपल यादव सहित अन्य सांसदों ने भी अपना-अपना पक्ष रखा।
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल दो तिहाई बहुमत से पास
लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत सीटें देने वाला महिला आरक्षण विधेयक (Women's Reservation Bill) लोकसभा ने पारित कर दिया। लोकसभा में लंबी बहस के बाद महिला आरक्षण बिल बुधवार शाम को पास हो गया। महिला आरक्षण विधेयक के पक्ष में 454 वोट पड़े। लोकसभा में ये बिल दो तिहाई बहुमत से पास हो गया है। आपको बता दें, इसके विरोध में सिर्फ 2 वोट ही पड़े हैं।
वोटिंग के दौरान PM मोदी लोकसभा में रहे मौजूद, पर्ची से वोटिंग
महिला आरक्षण बिल को लेकर जब मतदान हुआ उस वक़्त सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में मौजूद रहे। सदन में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा हुई। बिल पर पर्ची से वोटिंग हुई।
लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पारित
संसद के विशेष सत्र में बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित हुआ। मतदान पर्चियों के जरिए किया गया। बिल के पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े।
सदन में हुआ मां दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी का जिक्र
अमित शाह ने सदन में मां दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी तीन स्वरूप की चर्चा की। उन्होंने कहा, मां दुर्गा शक्ति स्वरूपा हैं। सरस्वती विद्या औऱ मां लक्ष्मी वैभव का स्वरूप हैं। इन तीनों स्वरूपों ने हमारे पुरखों ने मां की ही कल्पना की है। उन्होंने नाम लिए बिना कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, इनकी जड़ें भारत से नहीं जुड़ी है।'
देवगौड़ा से मनमोहन सिंह तक ने किया प्रयास, क्यों नहीं हुआ बिल पास?
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'समाज में महिलाओं की भागीदारी तथा उनका सम्मान बढ़ाने के लिए हम महिला आरक्षण बिल लेकर आए हैं। उन्होंने कहा, 'मैं कुछ बातों का जवाब देना चाहूंगा। मैं किसी भी दल के खिलाफ बोलना नहीं चाहता, मगर ये ऐसा मौका है, जब ये संदेश देने की जरूत है कि महिलाओं के रिजर्वेशन के लिए पूरा देश एकमत है। अमित शाह ने कहा, ये संविधान संशोधन पांचवीं बार पेश हुआ है। इससे पहले 4 बार पेश हुआ था। लेकिन, तब ऐसा क्या हुआ कि ये पास नहीं हो पाया। उन्होंने कहा, देवगौड़ा जी से लेकर मनमोहन सिंह जी ने भी प्रयास किए, लेकिन ये पास नहीं हुआ। आखिर ऐसी कौन सी वजह थी? क्या मंशा अधूरी थी या कुछ लोगों ने इसे पास नहीं होने दिया?
OBC कैटेगरी पर आंकड़ों की जुबानी
अमित शाह ने कहा, 'भाजपा सरकार में 29 प्रतिशत यानी 85 सांसद ओबीसी कैटेगरी के है। अगर, तुलना करनी है तो मैं बताता हूं कि 29 मंत्री भी OBC कैटेगरी के हैं। गृहमंत्री ने बताया, बीजेपी के ओबीसी एमएलए 1358 में से 365 यानी 27 फीसद हैं। ये सभी ओबीसी का राग अलापने वालों से अधिक हैं। साथ ही कहा कि, बीजेपी के ओबीसी एमएलसी 163 में से 65 हैं। अर्थात 40 फीसदी। जबकि, विपक्ष के लोग तो 33 फीसदी की बात करते हैं।'
शाह- कांग्रेस ने कभी OBC चेहरे को प्रधानमंत्री नहीं बनाया
केंद्रीय गृहमंत्री ने इस दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, आपकी पार्टी ने कभी किसी OBC चेहरे को प्रधानमंत्री नहीं बनाया। आपने इस ओर क्यों नहीं ध्यान दिया। लेकिन, भारतीय जनता पार्टी ने ऐसा किया। हमने देश को ओबीसी पीएम दिया।'
'कांग्रेस ने गरीबी हटाओ कहा, लेकिन गरीबों के लिए कुछ नहीं किया'
गृह मंत्री ने कहा, 'जब मोदीजी इस देश के प्रधानमंत्री बने तब इस देश के 70 करोड़ लोगों के पास बैंक अकाउंट नहीं थे। पीएम मोदी ने जनधन योजना (Jan Dhan Yojna) शुरू की। इसके तहत बैंक में खाते खोले गए। जिसके तहत 52 करोड़ बैंक अकाउंट खुले। इनमें 70 प्रतिशत अकाउंट माताओं के नाम से थे। उन्होंने कहा, आज सभी योजनाओं का पैसा महिलाओं के बैंक खातों में जाता है। कांग्रेस ने देश में 5 दशक से ज्यादा शासन किया। 11 करोड़ परिवार ऐसे थे जहां शौचालय नहीं थे। कांग्रेस ने 'गरीबी हटाओ' के नारे दिए लेकिन गरीबों की कोई व्यवस्था नहीं की। लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी ने पहले साल में ही 11 करोड़ 72 लाख शौचालय बनाए। इससे भी महिलाओं का सम्मान हुआ।'
महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सहभागिता...सरकार का संकल्प
शाह ने कहा, 'ये हमारे लिए राजनीति नहीं बल्कि मान्यता औऱ संस्कृति का मुद्दा है। उन्होंने कहा, महिला सशक्तिकरण (women empowerment) संविधान संसोधन से जुड़ा नहीं है। बल्कि, ये महिलाओं के लिए सुरक्षा, सम्मान और सहभागिता जिस दिन मोदीजी ने जिस दिन प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, ये संकल्प सरकार का है।'
नरेंद्र मोदी ने CM रहते दिया था 'बेटी पढ़ाओ..' का नारा
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे, तब उन्होंने 'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ' का नारा दिया था। गुजरात में उन्होंने जागरूकता पैदा की, जिससे लिंगानुपात में सुधार हुआ। शाह ने कहा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाई का फायदा देखने को मिला। एक ओऱ लिंगानुपात में सुधार हुआ, तो दूसरा गुजरात में प्राथमिक शिक्षा (primary education) में 37 प्रतिशत ड्रापआउट रेशियो था। लेकिन, जब मोदीजी पीएम बने तो ये ड्रॉपआउट रेशो घटकर 0.7 फीसद रह गया।'