Parliament Special Session Live: पं नेहरू की गूंज और अटल बिहारी के शब्द आज भी हमें प्रेरित करते और दिशा देते हैं बोले- पीएम मोदी
पं. नेहरू से लेकर अटल जी ने सदन में सेवा की और देश को नई दिशा दी: बोले-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि इन 75 वर्षों में देशवासियों का संसद पर विश्वास बढ़ता ही गया है। लोकतंत्र की सबसे बड़ी खासियत यही है कि लोगों का इस संस्था के प्रति विश्वास अटूट रहे। पंडित नेहरू जी, शास्त्री जी, अटल जी, मनमोहन सिंह तक एक बहुत बड़ी श्रंखला ने सदन में सेवा की और देश को नई दिशा दी। आज उनका गुणगान करने का भी समय है। सरदार वल्लभ भाई पटेल, लोहिया जी ने देशवासियों की आवाज को ताकत देने का काम इस सदन में किया है।
पीएम मोदी ने महिला सांसदों के योगदान की सराहना की
पीएम मोदी ने कहा कि शुरूआत में यहां महिलाओं की संख्या बहुत कम थी। लेकिन धीरे-धीरे माताओं, बहनों ने भी इस सदन की गरिमा को बढ़ाया है। करीब-करीब 7500 से अधिक जनप्रतिनिधि अब तक दोनों सदनों में अपना योगदान दे चुके हैं। उन्होने कहा कि इस कालखंड में करीब 600 सांसदों ने दोनों सदनों की गरिमा को बढ़ाया है।
देश के सामने मुश्किलें आती रहेंगी, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे: पीएम मोदी
लोकसभा में पीएम मोदी ने विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश के सामने कई बार मुश्किलें आई हैं, लेकिन ये हम न कभी पीछे हटे हैं और न ही हटेंगे।
लोगों का सदन से मंदिर की तरह जुड़ाव: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे माननीय सांसद कोविड काल की संकट घड़ी में भी इस सदन में आए। हमने राष्ट्र का काम रुकने नहीं दिया। राष्ट्र का काम रूकना नहीं चाहिए। इसे हर सदस्य ने अपना कर्तव्य मान लिया। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों का सदन से मंदिर की तरह जुड़ाव है। पीएम मोदी ने कहा समाज के हर वर्ग का प्रतिनिधि इस सदन में नजर आता है और समाज के सभी तबके के लोग हैं। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि 25 साल की चंद्राणी मुर्मू इस सदन की सबसे छोटी सदस्य बनीं थी। अनेक संकटों और परेशानियों के बावजूद सांसद, संसद में आए हैं और शारीरिक परेशानी के बावजूद अपने जनप्रतिनिधि कर्तव्य का पालन किया। कई व्हीलचेयर पर आए और किसी ना किसी तरह अपनी जिम्मेदारी निभाई है।
पीएम मोदी ने आज लोकसभा में अपने पुराने दिनों को याद किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कहा कि जब मैं पहली बार सांसद के रूप में इस भवन में आया तो सफल रूप से मैनें इस संसद भवन की पटल पर अपना सिर झुकाया था। इस लोकतंत्र के मंदिर में श्रद्धाभाव से मैनें कदम रखा था। भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि रेलवे प्लेफार्म पर गुजारा करने वाल गरीब संसद पहुंच गया। मैनें कल्पना नहीं की थी कि देश मुझे इतना सम्मान देगा।
इस सदन से विदा लेना बहुत भावुक पल: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस सदन से विदा लेना बहुत ही भावुक पल है। परिवार भी अगर पुराना घर छोड़कर नए घर में जाता है, तो बहुत सी यादें उसे झकझोर देती हैं। जब हम यह सदन को छोड़कर जा रहे हैं, तो हमारा मन भी उन यादों से भरा है। खट्टे मीठे अनुभव रहे हैं, नोंक झोक भी रही है। ये सारी यादें, हम सभी की साझी विरासत है। इसका गौरव भी हम सभी का साझा है।
पुराना संसद भवन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देगा: पीएम मोदी
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि इस 75 वर्ष की हमारी यात्रा ने अनेक लोकतांत्रिक परंपराओं और प्रक्रियाओं का उत्तम से उत्तम सृजन किया है और इस सदन में रहे प्रत्येक व्यक्ति ने सक्रियता से योगदान भी दिया है और साक्षी भाव से उसे देखा भी है। हम भले नए भवन में जाएंगे लेकिन पुराना भवन यानि यह भवन भी आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।
नए संसद भवन में जा रहे हैं, पर इसकी यादें बनी रहेंगी, बोले- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भले ही इस संसद भवन को अंग्रेजों ने तैयार किया था, लेकिन हम यह गर्व से कह सकते हैं कि इस भवन के निर्माण में पसीना मेरे देशवासियों का लगा था, परिश्रम मेरे देशवासियों का था और पैसे भी मेरे देश के थे। इस 75 वर्ष की यात्रा में अनेक प्रक्रियाओं का उत्तम से उत्तम सृजन किया है। मंगलवार से सत्र नए भवन में आयोजित होगा। पीएम मोदी ने कहा कि नए संसद भवन में जा रहे हैं, लेकिन इसकी यादें हमेशा बनी रहेंगी।
पीएम मोदी ने संसद भवन के इतिहास को किया याद
पीएम मोदी ने लोकसभा में बोलते हुए कहा 'नए सदन में जाने से पहले उन प्रेरक पलों को इतिहास की महत्वपूर्ण घड़ी को स्मरण करते हुए आगे बढ़ने का यह अवसर है। हम सब इस ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं। आजादी से पहले यह सदन इंपीरियल लेजिस्लेटिल काउंसिल हुआ करता था। आजादी के बाद इसे संसद भवन के रूप में पहचान मिली।
कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी संसद भवन पहुंची
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद के विशेष सत्र में शामिल होने पहुंची है।