Parliament Special Session: ऐतिहासिक महिला आरक्षण बिल राज्यसभा से भी पास, पक्ष में पड़े 215 वोट, 27 साल का इंतजार ख़त्म
डिंपल यादव- OBC महिलाओं को राजनीतिक अधिकार क्यों नहीं?
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव (SP MP Dimple Yadav) ने कहा कि, 'जब आप यह आरक्षण लेकर आए हैं और जब आपका अस्तित्व, वर्चस्व ओबीसी मतदाताओं पर आधारित है। आप 10 वर्षों से सरकार में ओबीसी मतदाताओं के दम पर ही हैं, तो फिर आप ओबीसी महिलाओं को राजनीतिक अधिकार क्यों नहीं देना चाहते?
सुशील मोदी- 'जो लोग कह रहे हैं कि...'
भाजपा के सांसद सुशील मोदी (Sushil Modi) ने राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर कहा, 'जो लोग कह रहे हैं कि आरक्षण को तुरंत लागू कर दो, क्या वो ये चाहते हैं कि जैसे ही उसको सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाए तो शीर्ष अदालत महिला आरक्षण को ही खत्म कर दे। उन्होंने कहा, जिस तरह से हमने EWS आरक्षण को खारिज नहीं होने दिया, उसी तरह हम नहीं चाहते कि महिला आरक्षण भी खारिज हो।'
'वे हमें महिलाओं के अधिकारों पर उपदेश दे रहे'
TMC बोली- BJP के 16 मुख्यमंत्रियों में एक भी महिला नहीं
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद डेरेक ओ ब्रायन (derek o'brien) ने राज्यसभा में कहा, 'आज पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य, वित्त, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालयों का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी को 16 मुख्यमंत्रियों में से एक भी महिला सीएम नहीं मिल सकी। वे हमें महिलाओं के अधिकारों पर उपदेश दे रहे हैं।'
PMO में बड़ी बैठक जारी
संसद स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में बड़ी बैठक जारी है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) मौजूद हैं। आपको बता दें, प्रह्लाद जोशी ने 31 अगस्त को संसद का विशेष सत्र बुलाने की जानकारी दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा।
...तो एक दिन पहले ही खत्म हो सकता है विशेष सत्र
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो संसद के दोनों सदन आज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो सकते हैं। आपको बता दें, संसद का विशेष सत्र पांच दिनों के लिए बुलाया गया था। अर्थात 22 सितंबर तक यह सत्र चलना था, लेकिन माना जा रहा है कि सत्र को तय प्लान से एक दिन पहले ही खत्म किया जा सकता है।
संसद का विशेष सत्र 22 सितंबर तक चलना है
आज ही राज्यसभा से पास होगा महिला आरक्षण बिल
आपको बता दें, राज्यसभा से आज ही पारित हो जाएगा महिला आरक्षण बिल। इसके बाद संसद के दोनों सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो सकते हैं। गौरतलब है कि, संसद का विशेष सत्र पांच दिनों का है। इसे 22 सितंबर तक चलना है।
केसी वेणुगोपाल- क्या पुरानी संसद में वास्तु दोष था?
केसी वेणुगोपाल ने पूछा- बिल लाने में क्यों लगे 9 साल?
राजस्थान से कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने सरकार से पूछा,'आप (नरेंद्र मोदी सरकार) पिछले 9 वर्षों से सरकार में हैं। फिर आपको महिला आरक्षण बिल (women reservation bill) लाने में इतना समय क्यों लगा? उन्होंने कहा, साल 2014 से लेकर आज 2023 तक 9 साल पूरे हो चुके हैं। क्या सरकार बिल लाने के लिए संसद के नए भवन का इंतजार कर रही थी। क्या पुरानी संसद में वास्तु दोष था?'
कांग्रेस महिला आरक्षण बिल का राज्यसभा में भी करेगी समर्थन : राजीव शुक्ला
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसका राज्यसभा में भी समर्थन करेगी। इन्होंने 2014 से अब तक कुछ नहीं किया। अब जब 9.5 साल हो गए हैं (भाजपा सरकार को) तब वे इसे सिर्फ चुनाव के लिए लेकर आ रहे हैं। इसमें ऐसी शर्तें लगाई हैं जिससे यह अगले 10 साल तक लागू नहीं हो पाएगा।
बीजेपी सांसद ने विपक्ष से पूछा, बिल में वंदन नाम से आपत्ति क्यों?
बीजेपी सांसद सरोज पांडे ने महिला आरक्षण बिल पर चर्चा करते हुए कहा कि सदन में बिल के नाम नारी शक्ति वंदन अधिनियम का बार-बार जिक्र हो रहा है, कुछ लोगों को वंदन शब्द से आपत्ति है। सांसद ने कहा हमारी मंशा पर सवाल पूछने वालों को याद दिलाना चाहता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में सुषमा स्वराज के पास विदेश मंत्रालय था, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण थीं। वहीं, गृह मंत्रालय राजनाथ सिंह और वित्त मंत्रालय अरूण जेटली देखते थे। तब लोग कहते थे कि भारत और रक्षा विभाग महिलाएं सभाल रही हैं और गृह और वित्त पुरुष।
महिला आरक्षण बिल, चुनावी एजेंडा : सीपीआई (M) सांसद
केरल से सीपीआई (M) सांसद इलामारम करीम ने राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया। साथ ही उन्होने सरकार पर निशाना भी साधा। उन्होने कहा कि ये सरकार का चुनावी एजेंडा है। उन्होने कहा हमारे केरल की पंचायतों में महिलाओं की प्रतिभागिता 50 फीसदी के आसपास है, लेकिन बीजेपी शासित राज्यों का क्या हाल है।