पर्रिकर की चिट्ठी का राहुल ने दिया जबाब, कहा- मैं समझता हूं, आप पर दबाव है
घोर निराशा के साथ मुझे आपको लिखना पड़ रहा है कि आप सच को स्वीकारिए और सामने लाइए। साथ ही ये निवेदन भी करूंगा किसी बीमार और अस्वस्थ व्यक्ति को अवसरवादी राजनीति का शिकार बनाने की नीयत मत रखिए। मैं सदैव गोवा की जनता की सेवा में तत्पर हूं।
नई दिल्ली: कैंसर से जूझ रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से 29 जनवरी को कांग्रेस अध्य़क्ष राहुल गांधी ने मुलाकात किया। इसके बाद उन्होंने दावा किया कि पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को राफेल की नई डील के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन पर्रिकर ने बुधवार को राहुल गांधी को एक चिट्ठी लिखकर राहुल के इन दावों को झूठा करार दिया है। आइये जानते है कि क्या लिखा था उस चिट्ठी में...
प्रिय श्री राहुल गांधी,
कल यानी 29 जनवरी 2019 को बिना किसी पूर्व सूचना के आप मेरे स्वास्थ्य का हाल पूछने मेरे यहां आए थे। दलगत भावना से ऊपर उठकर एक अस्वस्थ व्यक्ति का हाल जानना एवं उसके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करना, राजनीतिक एवं सार्वजनिक जीवन की अच्छी परंपरा है। अत: मुझे भी आपका मेरा हाल जानने के लिए कार्यालय आना अच्छा लगा। आपके आने पर मैंने आपका स्वागत मेरे स्वास्थ्य एवं बीमारी के प्रति आपकी अच्छी भावना के संदर्भ में किया।
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लेकिन आज सुबह समाचारपत्रों में जिस ढंग से आपके 'विजिट' को लेकर बयान प्रकाशित हुए हैं, उन्हें पढ़कर मुझे आश्चर्य भी हुआ और मैं आहत भी हूं। आपको कोट करते हुए समाचर पत्रों में प्रकाशित है कि आपने कहा है कि 'बातचीत में मैंने आपको बताया है कि राफेल प्रॉसेस में मैं कहीं नहीं था या मुझे कोई जानकारी नहीं थी।'
मेरे लिए ये अत्यंत निराशाजनक और आहत करने वाली बात है कि मेरे स्वास्थ्य का हाल जानने के बहाने आपने अपने निम्न स्तरीय राजनीतिक हितों को साधने का कार्य किया है। इसकी मैं कल्पना भी नहीं कर पा रहा। आपसे 5 मिनट की हमारी भेंट में ना तो 'राफेल' का जिक्र हुआ और ना ही मैंने राफेल संबंधी कोई चर्चा की। इस तरह की कोई बात मेरी और आपके बीच न तो हाल की मीटिंग में हुई थी और न ही पहले कभी हुई।
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मैंने पहले भी कई बार स्पष्ट किया है और इस पत्र के माध्यम से फिर कह रहा हूं कि राफेल सौदा इंटर गवर्नमेंट एग्रिमेंट (IGA) और डिफेंस प्रोक्यूअरमेंट प्रॉसिजर के नियमों के तहत हुआ है। इसमें दूर-दूर तक कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। यह पूरी खरीद प्रक्रिया राष्ट्रीय सुरक्षा की प्राथमिकताओं के आधार पर तय नियामकों के तहत हुई है। शिष्टाचार भेंट के बहाने मेरे घर आकर, फिर इतने निम्न स्तर का झूठ आधारित राजनीतिक बयान देना, आपके मेरे घर आने के उद्देशों एवं इरादों को उजागर करता है। आपके मेरे घर आने पर यह एक बड़ा प्रश्नचिन्ह और संदेह का घेरा भी है।
जैसा कि सभी जानते हैं, इन दिनों मैं बीमारी में अपने जीवन के अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा हूं। फिर भी अपने पूर्व के अनुशासनपूर्ण जीवन एवं वैचारिक शक्ति के माध्यम से गोवा की जनता की सेवा में निरंतर लगा हूं और लगा रहूंगा। मैंने सोचा था कि आपका आना और आपकी शुभकामनाएं मेरे लिए इस प्रतिकूल स्थिति में संबल प्रदान करेंगी, लेकिन मैं नहीं समझ सका कि आपके आने का वास्तविक इरादा ये था।
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घोर निराशा के साथ मुझे आपको लिखना पड़ रहा है कि आप सच को स्वीकारिए और सामने लाइए। साथ ही ये निवेदन भी करूंगा किसी बीमार और अस्वस्थ व्यक्ति को अवसरवादी राजनीति का शिकार बनाने की नीयत मत रखिए। मैं सदैव गोवा की जनता की सेवा में तत्पर हूं।
सादर
मनोहर पर्रिकर
पर्रिकर की लिखी चिट्ठी का राहुल गांधी ने दिया जबाब...
गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर की चिट्ठी के बाद अब राहुल गांधी ने उन्हें चिट्ठी लिखी है. पर्रिकर के नाम लिखी चिट्ठी में कांग्रेस अध्यक्ष ने सफाई दी। राहुल गांधी ने लिखा कि उन्होंने कुछ भी खुद से नहीं कहा। पर्रिकर के साथ मुलाकात के दौरान हुई बातों का जिक्र भी नहीं किया, बल्कि सिर्फ वही कहा जो पब्लिक डोमेन में है। राहुल गांधी ने कहा- 'पर्रिकर जी, मैं समझता हूं. आप पर भारी दबाव है।'
राहुल गांधी ने सवाल उठाते हुए लिखा है कि गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर ने जो चिट्ठी लिखी, वो मेरे पास पहुंचने से पहले ही मीडिया में कैसे लीक हो गई? इस बात को बेवजह बढ़ाया जा रहा है। मैं अच्छे से समझता हूं कि पर्रिकर अपनी पार्टी के दबाव में हैं, इसलिए वो ऐसी बातें कर रहे हैं।'
डियर पर्रिकर जी,
कल के मुलाकात के बाद आपने मेरे नाम जो चिट्ठी लिखी है, उसके बारे में जानकर मैं आहत हूं। हैरानी की बात ये है कि आपकी चिट्ठी मुझ तक पहुंचने से पहले मीडिया में कैसे लीक हो गई?
आपसे मेरी मुलाकात पूरी तरह से व्यक्तिगत और सहानुभूतिपूर्ण थी। मैं आपको याद दिलाना चाहूंगा कि जब आप अमेरिका में इलाज करा रहे थे, उस समय भी मैंने आपकी सेहत के बारे में पूछा था। एक लोकतांत्रिक प्रतिनिधि होने और लोगों द्वारा उनकी सेवा के लिए चुने जाने के चलते मैं राफेल डील में हुए भ्रष्टाचार के कारण पीएम पर हमले करने का अधिकार रखता हूं।
पर्रिकर जी, मैं आपको बताना चाहता हूं कि गोवा में कल की मुलाकात के दौरान हुई बातों का जिक्र मैंने किसी से नहीं किया। आपसे मुलाकात के बाद मैंने जो जगह भाषण दिए। उसमें मैंने वही बोला, जो कि पब्लिक डोमेन में पहले से मौजूद है।
हालांकि, ये फैक्ट है कि अप्रैल 2015 में जब आप गोवा में एक मछली बाजार का उद्घाटन कर रहे थे, ठीक उसी समय पीएम मोदी फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति हॉलैंड के साथ फ्रांस में राफेल सौदा कर रहे थे। इस डील के बाद आपने कहा था कि इसके बारे में आपको कोई जानकारी नहीं है। यह भी फैक्ट है कि आप ही के मंत्री का कैबिनेट मीटिंग के दौरान का एक ऑडियो रिकॉर्डिंग आया है। इस ऑडियो में आप दावा कर रहे हैं कि आपके बेडरूम में राफेल से जुड़ी फाइल है।
आपका पत्र लीक होने के चलते मुझे ये सफाई देनी पड़ रही है। जैसे कि कल की मुलाकात में मैंने कहा था, मैं फिर से आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
शुभकामनाओं के साथ
राहुल गांधी