UC Survey: महिला दिवस पर सामने आई लोगों की मानसिकता
21वीं सदी में भी लोगों की सोच में ज्यादा परिवर्तन नहीं आया है। यूसी की ओर से पूछा गया था कि क्या छोटे कपड़े महिलाओं के प्रति हो रहे यौन अपराधों के कारण हैं?
नई दिल्ली: महिला दिवस के अवसर पर यूसी ब्राउजर की ओर से एक ऑनलाइन सर्वे किया गया है। इस सर्वे के नतीजे चौंकाने वाले हैं। जी हां ! ऐसा इसलिए क्योंकि 21वीं सदी में भी लोगों की सोच में ज्यादा परिवर्तन नहीं आया है। यूसी की ओर से पूछा गया था कि क्या छोटे कपड़े महिलाओं के प्रति हो रहे यौन अपराधों के कारण हैं? इसके जवाब में 70% प्रतिशत लोगों ने माना कि ‘हां’ छोटे कपड़ों की वजह से ही यौन शोषण होता है।
63% घरों में मर्द लेते हैं ज्यादातर फैसले
इसके साथ ही पूछे गए एक और सवाल के जवाब में 63% लोगों ने बताया है कि उनके घरों में ज्यादातर फैसले मर्द ही लेते हैं। यूसी के इस सर्वे में डिजिटल यूजर्स ने ही हिस्सा लिया था।
सर्वे में पूरे वोटों की संख्या 95 हजार 946 है। देश के अलग-अलग हिस्सो से 9 भाषाओं के लोगों ने इसमें हिस्सा लिया है। इसके साथ ही अलग-अलग सवालों के भिन्न जवाब आए हैं। यूजर्स ने रोचक कमेंट भी इन सवालों पर किए हैं।
कुछ लोगों ने सलाह दी है कि कपड़े तो अपनी पसंद से ही पहनने चाहिए लेकिन मर्यादा में रहकर। तो, कुछ लोगों ने तो कपड़ों को चरित्र से ही जोड़ दिया है। साथ ही ऐसे लोग भी हैं जो कहते हैं कि घर में फैसले महिलाएं लें तो अच्छा है तो कुछ इसका साफतौर पर विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं।
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'छोटे' कपड़े होते हैं यौन शोषण के कारण
यूसी के छोटे कपड़ों संबंधी सवाल का जवाब कुल 38 हजार 236 लोगों ने दिया है। इसमें 26 हजार 771 लोगों ने ‘हां’ में जवाब दिया है। इसके साथ ही ‘आपके घरों में ज्यादातर फैसले कौन लेता है’ के जवाब में ‘पुरुष’ विकल्प को ज्यादा चुना गया। कुल 30 हजार 627 लोगों ने इस सवाल का जवाब दिया जिसमें 19 हजार 196 लोगों का कहना था कि उनके घरों में पुरुष ही फैसले लेते हैं।
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जबकि लोगों से यह भी पूछा गया था कि ‘सेनेटरी पैड’ लेने में क्या उनको झिझक होती है? इसके जवाब में 70% लोगों ने झिझक नहीं होने की बात स्वीकारी है। इस सवाल का जबाव 27 हजार 56 लोगों ने दिया था जिसमें 18 हजार 621 लोगों ने माना कि उन्हें कोई झिझक नहीं होती है।