6 करोड़ की रंगदारी: FIR के बाद उजागर हुआ इतना बड़ा घोटला, ये है मामला?

पीएफ घोटाले की जांच शुरु होने के बाद बड़े बड़े नाम सामने ने आने लगे है। इस मामले में पीसीएल के पूर्व एमडी को गिरफ्तार कर जांच की जा रही है। इस महाघोटाले में लखनऊ पुलिस की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है।

Update: 2019-11-06 09:30 GMT

पीएफ घोटाले की जांच शुरु होने के बाद बड़े बड़े नाम सामने ने आने लगे है। इस मामले में पीसीएल के पूर्व एमडी को गिरफ्तार कर जांच की जा रही है। इस महाघोटाले में लखनऊ पुलिस की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है। खबरों के अनुसार लखनऊ पुलिस को सितंबर में ही घोटाले बारे में पता चल गया था।और इस पीएफ घोटाले में गिरफ्तार हुए सचिव पीके गुप्ता से 6 करोड़ की रंगदारी मांगी जा रही थी।

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खबरों के अनुसार पीके गुप्ता की पत्नी ने 5 सितंबर को हजरतगंज कोतवाली में रंगदारी मांगे जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। हजरतगंज पुलिस एक महीने तक जांच करती रही। इस जांच में बड़े घोटाले जानकारी मिली व इसे जांच के लिए अलीगंज ट्रांसफर कर दी गई। पुलिस पर भी इस मामले पर सवाल खड़े हुए है।

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घोटाले पर विरोध प्रदर्शन

यूपीपीसीएल में पीएफ घोटाला मामले में पूर्व एमडी एपी मिश्रा को गिरफ्तार किया गया। मंगलवार को लखनऊ के अलीगंज में स्थित एपी मिश्रा के आवास पर पहुंची। मिश्रा से पुलिस अज्ञात स्थान पर पूछताछ कर रही हैं। सरकार ने इस घोटाले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। पीएम फंड घोटाले के विरोध में राज्य बिजली कॉरपोरेशन जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने बुधवार को शक्ति भवन पर प्रदर्शन किया। इससे पहले केंद्रीय कार्यालय में बैठक की। इस दौरान संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष ने बताया कि 6 नवम्बर को सारे जनपद एवं परियोजना मुख्यालयों पर विरोध सभा की जाएगी। इसके बाद 13 नवंबर को सभी जनपद मुख्यालय पर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा।

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