Sri Lanka Crisis: PM मोदी ने श्रीलंका के नए राष्ट्रपति को भेजा बधाई पत्र, बोले- हम मिलकर काम करने को उत्सुक हैं
Sri Lanka Crisis: गोटाबाया राजपक्षे के राष्ट्रपति पद छोड़ने और देश से भागने के बाद श्रीलंका की संसद ने रानिल विक्रमसिंघे को नया राष्ट्रपति चुना। पीएम मोदी ने पत्र भेजकर उन्हें बधाई दी।
PM Modi Congratulates Ranil Wickremesinghe : भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका (Sri Lanka) के नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (President Ranil Wickremesinghe) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। पीएम मोदी ने श्रीलंका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) को उनके चुनाव पर बधाई पत्र भेजा और कहा, कि 'भारत लोकतांत्रिक साधनों के जरिये स्थिरता और आर्थिक सुधार (Economic Reforms) के लिए श्रीलंकाई लोगों का समर्थन करेगा।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका को पुराने रिश्तों और संबंधों की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा, कि 'वह भारत और श्रीलंका के बीच सदियों पुराने घनिष्ठ रिश्तों और मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के साथ मिलकर काम करने को उत्सुक है।'
पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे का इस्तीफा
उल्लेखनीय है कि, हाल के महीनों में श्रीलंका भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। श्रीलंका के इतिहास में इससे पहले कभी वहां की जनता इस तरह विरोध प्रदर्शन करते सड़क पर नहीं उतरे थे, जैसा नजारा हाल के दिनों में देखने को मिला। आर्थिक संकट से त्रस्त जनता ने मौजूदा सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया। जिसके बाद वहां के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) को इस्तीफा देना पड़ा।
श्रीलंका में पहली बार राष्ट्रपति संसद ने चुना
गोटाबाया के इस्तीफे के बाद श्रीलंकाई संसद (Sri Lankan Parliament) ने बीते हफ्ते पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को गोटबाया राजपक्षे के उत्तराधिकारी के रूप में चुना। देश में बढ़ते विरोध और जनता के आक्रामक रुख के बाद गोटबाया राजपक्षे मालदीव के रास्ते सिंगापुर भाग गए। सिंगापुर पहुंचकर उन्होंने इस्तीफा दिया। आपको बता दें कि, 44 वर्षों के इतिहास में पहली बार श्रीलंका की संसद ने सीधे राष्ट्रपति का चुनाव किया। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था।
श्रीलंका ने झेला आपातकाल
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को बीच मजधार में छोड़कर गोटबाया राजपक्षे देश छोड़कर भाग गए। श्रीलंका से राजपक्षे के भागने के बाद रानिल विक्रमसिंघे ने 17 जुलाई 2022 को आपातकाल की घोषणा कर दी थी। बता दें कि, श्रीलंका के नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की नियुक्ति के बाद देश की संसद का पहला सत्र कल यानी बुधवार को बुलाया गया है।