PM Modi on Technology Day: उस दिन को नहीं भूल सकता जब अटल जी ने परमाणु परीक्षण की घोषणा... वैश्विक कद बढ़ा: PM

PM Modi on Technology Day: प्रधानमंत्री विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित अलग-अलग परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इसके साथ ही कई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित भी करेंगे।

Update: 2023-05-11 12:32 GMT
PM Modi on Technology Day (photo: social media )

PM Modi on Technology Day: नेशनल टेक्नोलॉजी डे के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी गुरूवार 11 मई को देश को विज्ञान से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं की सौगात दी। इस मौके पर प्रगति मैदान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां से प्रधानमंत्री विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित अलग-अलग परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इसके साथ ही कई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित किया।

प्रधानमंत्री बोले, 2014 के बाद से भारत ने जिस तरह से साइंस और प्रौद्योगिकी पर जोर दिया है वह बड़े बदलावों का कारण बना है। पहले जो साइंस सिर्फ किताबों तक सीमित था वह अब प्रयोग से आगे बढ़कर पेटेंट में बदल रहे हैं। भारत में 10 साल पहले 1 साल में 4 हजार पेटेंट ग्रांट होते थे लेकिन आज इनकी संख्या 30 हजार से ज्यादा हो गई है। हमने जो स्टार्टअप इंडिया अभियान शुरु किया, जो डिजिटल इंडिया अभियान शुरु किया, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई उसने भी प्रौद्योगिक क्षेत्र में भारत की सफलता को और नई ऊंचाई दी। मैं उस दिन को कभी नहीं भूल सकता जब अटल जी ने भारत के सफल परमाणु परीक्षण की घोषणा की थी। इससे भारत ने न केवल अपने वैज्ञानिक सामर्थ्य को साबित किया था बल्कि भारत के वैश्विक कद को भी ऊंचाई दी थी।

प्रधानमंत्री कार्यालय यानी पीएमओ द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, जिन परियोजनाओं का शिलान्यास होगा उनमें लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेब ऑब्जर्वेटरी-इंडिया (LIGO-इंडिया) हिंगोली राजस्थान, होमी भाभा कैंसर अस्पताल और शोध केंद्र जटनी, ओडिशा और टाटा मेमोरियल अस्पताल मुंबई का प्लेटिनम जुबली ब्लॉक शामिल है। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री हाल के दिनों में भारत में की गई वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित करने वाले एक्सपो का भी उद्घाटन करेंगे। वह इस अवसर पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी करेंगे। पीएमओ की ओर से जारी बयान के अनुसार, देश में वैज्ञानिक संस्थानों को मजबूत करना प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

LIGO-इंडिया प्रोजेक्ट किया है ?

पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली के प्रगति मैदान से आज जिस LIGO-इंडिया प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे, उसके बारे में काफी चर्चा हो रही है। इसे महाराष्ट्र के हिंगोली में बनाया जा रहा है। यह दुनिया में गिने-चुने लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेब ऑब्जर्वेटरी-इंडिया (LIGO-इंडिया) होगा। यह चार किलोमीटर लंबाई का एक अत्यंत संवेदनशील इंटरफेरोमीटर है, जो ब्लैक होल तथा न्यूटन सितारों से निकलने वाली ग्रेविटेशनल वेव्स की सेंसिग में सक्षम है। 225 हेक्टेयर जमीन में फैला यह प्रोजेक्ट अमेरिका के लुइसियाना और वाशिंगटन के बाद दुनिया का तीसरा इंटरफेरोमीटर है।

नेशनल टेक्नोलॉजी डे की शुरूआत किसने की ?

भारत को खाद्यान उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। सालों बाद देश के एक और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए जय जवान, जय किसान के साथ-साथ जय विज्ञान का नारा दिया था। उन्होंने ही साल 1999 में नेशनल टेक्नोलॉजी डे की शुरूआत की थी। इस दिन भारत के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और टेक्नोलॉजिस्टों को सम्मानित किया जाता है।

वाजपेयी ने इसके लिए 11 मई की तारीख को इसलिए चुना था क्योंकि 1998 में इसी तारीख को भारत ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर दुनिया को अपनी ताकत का आभास करा दिया था। तब से हर वर्ष नेशनल टेक्नोलॉजी डे नई थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल की थीम है, स्कूल टू स्टार्टअप्स - इग्नाइटिंग यंग माइंड्स टू इनोवेट।

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