गांधीनगर : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की ओर से 200 से ज्यादा वस्तुओं पर जीएसटी की दरों में कटौती को कांग्रेस की उपलब्धि बताई और कहा कि उनकी पार्टी एकल जीएसटी दर के लिए संघर्ष जारी रखेगी। वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने शनिवार को गुजरात के अपने चौथे चुनावी दौरे के दौरान भाजपा नीत केंद्र सरकार पर हमला जारी रखा।
उन्होंने कहा, "यह अच्छी बात है कि कांग्रेस और देश के लोगों ने भाजपा सरकार पर दबाव बनाया, जिसके चलते कई वस्तुओं को 28 फीसदी कर के दायरे से निकालकर कर 18 फीसदी कर के दायरे में शामिल किया गया। अगर चौतरफा विरोध न होता, तो यह बदलाव नहीं किया जाता।
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उन्होंने कहा, "लेकिन हम इससे खुश नहीं हैं और हम इतने भर से नहीं रुकेंगे। भारत में पांच अलग-अलग करों की जरूरत नहीं है, बल्कि देश में एकल कर की जरूरत है। इसलिए जीएसटी में संरचनात्मक बदलाव की जरूरत है।"
पूर्व में एक ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा था- "इंडिया नीड्स ए सिंपल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स, नॉट ए गब्बर सिंह टैक्स अर्थात भारत को सरल कर वस्तु एवं सेवा कर की जरूरत है न कि गब्बर सिंह टैक्स की।"
गब्बर सिंह मशहूर बॉलीवुड फिल्म 'शोले' का एक किरदार है, जो में जबरदस्ती गांववालों से रंगदारी वसूल करता है।
राहुल ने कहा, "कांग्रेस और देश के लोगों ने कई वस्तुओं पर जीएसटी की दर 28 फीसदी से घटाने के लिए संघर्ष किया। जीएसटी की दर 18 फीसदी के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी। अगर भाजपा ऐसा करने में विफल रहेगी तो कांग्रेस यह काम करेगी।"
वहीं, नई दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ने पेट्रोलियम उत्पाद, रियल-स्टेट और बिजली को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की।
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कांग्रेस की ओर से कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने धनकुबेर साथियों को मदद करने के लिए गब्बर सिंह टैक्स को बड़ी चतुराई से डिजाइन किया है, लेकिन इससे लाखों छोटे कारोबारी प्रभावित हुए हैं।
जीएसटी काउंसिल ने शुक्रवार को 178 वस्तुओं पर जीएसटी की दर 28 से घटाकर 18 फीसदी कर दी थी। इसके साथ-साथ कई अन्य मदों पर भी जीएसटी दरों में कटौती की गई थी।
उधर, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस के दबाव में सरकार की ओर से जीएसटी दरों में कटौती करने के कांग्रेस के दावे को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने इस बात के लिए कांग्रेस की आलोचना की और विपक्षी दल के नेताओं से सवाल किया कि क्या जीएसटी परिषद उनके अंदर काम करती है।
उनका कहना था कि कांग्रेस का सबसे पहले नई कर व्यवस्था पर अपना रुख तय करना चाहिए।
निर्मला ने एक प्रेस कान्फ्रें स में कहा, "कांग्रेस जीएसटी का श्रेय लेना चाहती है और विपक्ष में होने के कारण वह यह भी कहना चाहती है कि सरकार ने उसके कारण कार्रवाई की है। कांग्रेस पहले इसपर अपनी स्थिति तय करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "जीएसटी परिषद का गठन किया गया है और सभी राज्यों के वित्तमंत्री इसमें शामिल हैं। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली इसके चेयरमैन हो सकते हैं। इसमें सभी राज्य शामिल हैं और उनकी ओर से मुद्दे उठाए गए। अगर कोई असंतुष्ट है तो हम संवेदनशील सरकार होने के नाते इसमें पर्वित ला रहे हैं और हमने वही किया है।"
इससे पहले अहमदाबाद पहुंचने पर वहां हवाईअड्डे पर मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि गुजरात के लोग नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने से नाखुश हैं, क्योंकि उन पर दोतरफा मार पड़ी है।
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गुजरात में अगले महीने 9 और 14 दिसंबर को विधानसभा चुनावों के लिए मतदान होगा।
तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को फिर गुजरात पहुंचे राहुल ने भाजपा के गढ़ उत्तर गुजरात में चुनाव प्रचार किया।
राहुल के इस दौरे में कांग्रेस की प्रदेश इकाई में शामिल हुए अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी), और अनुसूचित जनजाति (एसटी) और ओएस एकता मंच के नेता अल्पेश ठाकोर उनके साथ चल रहे हैं।
प्रांतिज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ठाकोर ने लोगों से कहा, "भाजपा वाले आपको डराएंगे, मूर्ख बनाएंगे, फिर मोदी आएंगे और गुजरात की गौरवगाथा गाएंगे। लेकिन इस बार उनकी बातों में नहीं आना।"
इलाके में अन्य जगहों पर भी कांग्रेस उपाध्यक्ष ने सरकार को निशाना बनाया। इदर और हिम्मतनगर में उन्होंने अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी का कारोबार कथित तौर महज एक साल में 1,6000 गुना बढ़ जाने के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर जुबानी हमले किए।
उन्होंने कहा, "मोदी जी कुछ तो बोलिए।"
राहुल ने कहा कि जो सरकार लोगों से 8 बजे रात में यह कह सकती है कि अब उनके पास के करेंसी नोट रद्द हो जाएंगे, वह लोगों के दिल की बात और दर्द कैसे समझ सकती है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की ओर से 35,000 करोड़ रुपये की महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना शुरू की गई थी, लेकिन मोदी ने 35,000 करोड़ रुपये टाटा नैनो प्रोजेक्ट को दे दिया, गरीबों को कुछ नहीं दिया।
राहुल गांधी ने शनिवार की सुबह अपने कार्यक्रम में परिवर्तन करते हुए गांधीनगर स्थित अक्षरधाम मंदिर से प्रदेश का अपना चौथा दौरा शुरू किया। मंदिर दर्शन के बाद राहुल ने उस इलाके के पाटीदार बहुल गांवों का दौरा किया, जहां लोगों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।