बहुत दुखी हैं पीएम मोदी: अचानक ऐसा क्या हुआ, जानिए क्या है पूरा मामला

नागरिकता संशोधन कानून पर देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से शांति की अपील की है। इस समय शांति, एकता और भाईचारा बनाए रखने की जरूरत है। मेरी सभी से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह और झूठ से बचें।

Update:2019-12-16 14:24 IST

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून पर देश में मचे बवाल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हिंसक विरोध प्रदर्शन दुर्भाग्यपूर्ण और गहरा दुख है। बहस, चर्चा और असंतोष लोकतंत्र के आवश्यक अंग हैं, लेकिन कभी भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। अशांति फैलाना हमारे संस्कार नहीं है। इतना ही पीएम मोदी ने एक के बाद एक ताबड़तोड चार ट्वीट करके अपना दुख व्यक्त किया।

राजनीतिक दलों और सांसदों ने इस बिल का समर्थन किया है:PM

उन्होंने लिखा कि नागरिकता संशोधन एक्ट 2019 को संसद के दोनों सदनों ने पास किया है। बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों और सांसदों ने इस बिल का समर्थन किया है। यह एक्ट भारत की पुरानी संस्कृति जो कि भाईचारा सिखाती है, उसका संदेश देती है।

ये भी पढ़ें—कैब विरोध: इन तस्वीरों में जानें नदवा कालेज में बवाल का हाल

नागरिकता संशोधन एक्ट किसी भी धर्म के नागरिक को प्रभावित नहीं करता:PM

पीएम मोदी ने कहा कि मैं भारत के सभी नागरिकों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि नागरिकता संशोधन एक्ट किसी भी धर्म के नागरिक को प्रभावित नहीं करता है। किसी भी भारतीय को इस एक्ट के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। यह सिर्फ उनके लिए है जिन्होंने बाहर के देश में जुल्म झेला है और भारत के अलावा उनके लिए कोई जगह नहीं है।

नागरिकता संशोधन कानून पर देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से शांति की अपील की है। इस समय शांति, एकता और भाईचारा बनाए रखने की जरूरत है। मेरी सभी से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह और झूठ से बचें।

ये भी पढ़ें—भारी जनादेश से पास एजेंडे पर हंगामा क्यों है तारी |

साथ मिलकर काम करें:PM

पीएम मोदी ने कहा कि समय की जरूरत है कि हम भारत के विकास के लिए और सभी भारतीय विशेषकर गरीब, दलित और हाशिए पर मौजूद लोगों के सशक्तिकरण के लिए साथ मिलकर काम करें। हम निहित स्वार्थ समूहों को हमें विभाजित करने और देश में अशांति पैदा करने की इजाजत नहीं दे सकते।

बता दें कि देश के कई राज्यों और विश्वविद्यालयों में इस कानून के खिलाफ हिंस​क प्रदर्शन हो रहा है। सराकरी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। असम और पश्चिम बंगाल से निकली विरोध की आग अब दिल्ली के साथ-साथ पूरे देश को अपने जद में ले लिया है। करीब सभी राज्यों में हिंसक प्रदर्शन होने शुरू हो गए हैं। हालांकि सुरक्षा व्यवस्था के चलते प्रशासन और पुलिसबल को हर जगह तैनात किया गया है। कई राज्यों और जिलों में इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया है।

Tags:    

Similar News