रक्षा मंत्रालय के वेबिनार में बोले PM मोदी- मेड इन इंडिया उत्पादों के बिकने की गारंटी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार रक्षा क्षेत्र में केंद्रीय बजट प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए वेबिनार को संबोधित कर रहे हैं। इस मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके साथ हैं।

Update: 2021-02-22 06:51 GMT
पीएम मोदी बोले- भारत में बने प्रॉडक्ट्स की, भारत में बिकने की गारंटी है

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार रक्षा क्षेत्र में केंद्रीय बजट प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए वेबिनार को संबोधित कर रहे हैं। इस मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके साथ हैं।

वेबिनार को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि भारत के पास गोला-बारूद और मिलिट्री उपकरण बनाने के लिए सदियों का अनुभव है। स्वतंत्रता से पहले, हमारे पास बड़ी संख्या में आयुध कारखानों थे। दोनों विश्व युद्धों में, भारत में बने हथियार दुनिया भर में भेजे गए थे।

सैकड़ों ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां थीं

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आजादी के पहले देश में सैकड़ों ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां होती थीं। दोनों विश्व युद्धों में भारत से बड़े पैमाने पर हथियार बनाकर भेजे गए थे, लेकिन आजादी के बाद कई वजहों से इस व्यवस्था को उतना मजबूत नहीं किया गया, जितना किया जाना चाहिए था।

इंडस्ट्री की मदद से मैन्यूफैक्चर कर सकते हैं

पीएम मोदी ने भारत के डिफेंस के बारे में बात करते हुए कहा कि भारत ने डिफेंस से जुड़े ऐसे 100 महत्वपूर्ण डिफेंस आइटम्स की लिस्ट बनाई है, जिन्हें हम अपनी स्थानीय इंडस्ट्री की मदद से ही मैन्यूफैक्चर कर सकते हैं। इसके लिए टाइमलाइन इसलिए रखी गई है, ताकि हमारी इंडस्ट्री इन ज़रूरतों को पूरा करने का सामर्थ्य हासिल करने के लिए प्लान कर सके।

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विदेशों पर निर्भरता होगी कम

ये वो पॉजिटिव लिस्ट है जो अपनी रक्षा ज़रूरतों के लिए हमारी विदेशों पर निर्भरता को कम करने वाली है। ये वो पॉजिटिव लिस्ट है, जिसकी वजह से भारत में बने प्रॉडक्ट्स की, भारत में बिकने की गारंटी है।

हमारे वीर जवान ट्रेनिंग लेते हैं वहां हम कुछ ऐसा लिखा हुआ देखते हैं कि शांतिकाल में बसाया पसीना, युद्ध काल में रक्त बहने से बचाता है। यानी, शांति की प्री-कंडिशन है वीरता। वीरता की प्री-कंडीशन है सामर्थ्य। सामर्थ्य की प्री-कंडीशन है पहले से की गई तैयारी।

आपको बता दें, कि इस वेबिनार में बजट के बाद भारत सरकार अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के साथ चर्चा करके बजट को कैसे-कैसे इंप्लीमेंट किया जाए और बजट के लिए साथ मिलकर कैसे रोडमैप तैयार हो, इस पर चर्चा हो रही है।

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