Cyber Commando Wing : गृह मंत्रालय ने राज्यों को लिखा पत्र, 'साइबर सेना' का होगा गठन, PM मोदी की पहल का असर
Cyber Commando Wing in India: साइबर कमांडो विंग का विचार इस वर्ष की शुरुआत में आया था। PM मोदी ने डीजीपी/आईजी सम्मेलन के दौरान इसकी स्थापना की सिफारिश की थी। इसी पर गृह मंत्रालय ने विंग की स्थापना के लिए कमांडो की नियुक्ति के लिए सभी राज्यों को पत्र लिखा।
Cyber Commando Wing in India: देश में तेजी से बढ़ते साइबर अपराध (Cyber crimes in India) के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) बड़ा कदम उठाने जा रहा है। भारत साइबर अटैक के अगले स्तर से निपटने के लिए कमर कस रहा है। केंद्र की मोदी सरकार 'साइबर कमांडो' (Cyber Commando) की एक विंग स्थापित करने का फैसला किया है।
बता दें, इस विंग में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (Union Territories) के पुलिस बलों के साथ-साथ केंद्रीय पुलिस संगठनों से जवानों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए चिट्ठी लिखकर गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सभी पुलिस बलों से 10 उपयुक्त 'साइबर कमांडो' की पहचान करने को कहा है।
PM मोदी ने की थी सिफारिश
दरअसल, साइबर कमांडो विंग (Cyber Commando Wing) का विचार इस वर्ष के शुरुआत में ही आया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीजीपी/आईजी सम्मेलन (DGP/IG conference) के दौरान इसकी स्थापना की सिफारिश की थी। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि, केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने पत्र में कहा है कि, विशेष नई विंग साइबर सुरक्षा के खतरों का मुकाबला करेगी। ये विंग इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी की रक्षा करेगी तथा साइबर स्पेस में जांच करेगी।
साइबर स्पेस, पुलिस और सरकारी संगठनों पर रखेगी नजर
प्रधानमंत्री मोदी की बातों को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गंभीरता से लिया। इसी के तहत राज्यों को पत्र लिखा गया है। इसी वर्ष जनवरी माह में आयोजित डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने सिफारिश की थी कि, साइबर सुरक्षा के खतरों का मुकाबला करने, सूचना प्रौद्योगिकी नेटवर्क (Information Technology Network) की रक्षा करने, जांच करने के लिए उपयुक्त रूप से प्रशिक्षित 'साइबर कमांडो' की एक स्पेशल विंग स्थापित की जानी चाहिए। इस विंग का काम साइबर स्पेस (cyber space), पुलिस और सरकारी संगठनों की साइबर सुरक्षा आवश्यकताओं का 'निरंतर आधार' पर ध्यान रखना होगा।
आईटी सुरक्षा और डिजिटल फॉरेंसिक के होंगे जानकार
प्रस्ताव के अनुसार, साइबर कमांडो विंग पुलिस संगठनों (Police Organizations) का अभिन्न अंग होगा। इसमें ऐसे कमांडो होंगे, जो आईटी सुरक्षा (IT security) और डिजिटल फोरेंसिक (digital forensics) के क्षेत्र के जानकार होंगे। उनमें योग्यता होगी। बता दें, प्रस्तावित साइबर कमांडो विंग, पुलिस संगठन का एक अभिन्न अंग होगा। इसका संचालन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय पुलिस संगठनों/सीएपीएफ से लिए गए उपयुक्त रूप से प्रशिक्षित तथा सुसज्जित सेवारत पुलिस कर्मियों द्वारा किया जाएगा। अगर, जरूरी हुआ तो उनके प्रयासों को किराए के पेशेवरों द्वारा पूरक किया जा सकता है।