मन की बात: दिल्ली हिंसा पर बोले पीएम मोदी-तिरंगे के अपमान से देश दुखी

देश को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने दिल्ली हिंसा का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर जो हुआ उससे देश में गुस्‍सा है।

Update: 2021-01-31 06:09 GMT

नई दिल्ली: साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार मन की बात कार्यक्रम को सम्बोधित किया। पीएम का मन की बात कार्यक्रम ऐसे वक्त पर प्रसारित हो रहा है, जब देश में कृषि कानूनों को लेकर किसानों के आंदोलन का एक नया दौर शुरू हो गया है। दिल्ली में हुई हिंसा, बजट सत्र और किसान आंदोलन के बीच आज पीएम के कार्यक्रम को काफी अहम माना गया।

किसान आंदोलन के बीच पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को साल के पहले 'मन की बात' कार्यक्रम के 73वें संस्करण को सम्बोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं ‘मन की बात’ करता हूं तो ऐसा लगता है, जैसे आपके बीच, आपके परिवार के सदस्य के रूप में उपस्थित हूं। हमारी छोटी-छोटी बातें, जो एक-दूसरे को, कुछ, सिखा जाये, जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव जो, जी-भर के जीने की प्रेरणा बन जाये - बस यही तो है ‘मन की बात’।

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दिल्ली हिंसा से देश दुखी

देश को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने दिल्ली हिंसा का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर जो हुआ उससे देश में गुस्‍सा है। तिरंगे का अपमान देख देश दुखी हुआ हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया। इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है।

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वैक्सीनेशन पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कोरोना वैक्‍सीन कार्यक्रम में आने एक और बात पर अवश्‍य ध्‍यान दिया होगा। संकट के समय में भारत, दुनिया की सेवा इसलिए कर पा रहा हैं क्‍योंकि भारत आज दवाओं और वैक्‍सीन को लेकर सक्षम है,आत्‍मनिर्भर है। यही सोच आत्‍मनिर्भर भारत अभियान की भी है। इस साल की शुरुआत के साथ ही कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को भी करीब-करीब एक साल पूरा हो गया है। जैसे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी है, वैसे ही, अब, हमारा Vaccination programme भी, दुनिया में एक मिसाल बन रहा है।

बोयिनपल्ली की सब्जी मंडी में बड़ा कदम

हैदराबाद के बोयिनपल्ली में, एक स्थानीय सब्जी मंडी, किस तरह, अपने दायित्व को निभा रही है, ये पढ़कर भी मुझे बहुत अच्छा लगा। बोयिनपल्ली की सब्जी मंडी तय किया है कि बचने वाली सब्जियों को ऐसे फेंका नहीं जाएगा, इससे बिजली बनाई जाएगी। पर्यावरण की रक्षा से कैसे आमदनी के रास्ते भी खुलते हैं, इसका एक उदाहरण अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भी देखने को मिला। इस पहाड़ी इलाके में सदियों से ‘मोन शुगु’ नाम का एक पेपर बनाया जाता है। इसके लिए पेड़ों को नहीं काटना पड़ता है।

महिलाओं की Non Stop Flight

कुछ दिन पहले आपने देखा होगा, अमेरिका के San Francisco से बेंगलुरु के लिए एक non-stop flight की कमान भारत की चार women pilots ने संभाली। दस हजार किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा सफ़र तय करके ये flight सवा दो-सौ से अधिक यात्रियों को भारत लेकर आई।

झांसी में Strawberry Festival

पिछले दिनों झांसी में एक महीने तक चलने वाला ‘Strawberry Festival’ शुरू हुआ। Law की छात्रा गुरलीन ने पहले अपने घर पर और फिर अपने खेत में Strawberry की खेती का सफल प्रयोग कर ये विश्वास जगाया है कि झांसी में भी ये हो सकता है।

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