कौन है सबसे बड़े बैंक घोटाले का मास्टर माइंड गोकुलनाथ शेट्टी ?
13,400 करोड़ के देश के सबसे बड़े पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का मास्टर माइंड कौन है। यह सवाल सबके जेहन में उठ रहा है। नीरव मोदी को आज पूरी दुनिया जान गई है लेकिन उसके पीछे का चेहरा अभी पूरी तरह से बेनकाब होना बाकी है। यह चेहरा है पीएनबी के डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी का जिसने इस बैंक घोटाले में एक सहयोगी के साथ अहम भूमिका निभायी। यह कल्पना करना
मुंबई: 13,400 करोड़ के देश के सबसे बड़े पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का मास्टर माइंड कौन है। यह सवाल सबके जेहन में उठ रहा है। नीरव मोदी को आज पूरी दुनिया जान गई है लेकिन उसके पीछे का चेहरा अभी पूरी तरह से बेनकाब होना बाकी है। यह चेहरा है पीएनबी के डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी का जिसने इस बैंक घोटाले में एक सहयोगी के साथ अहम भूमिका निभायी।यह कल्पना करना भी मुश्किल है कि एक डिप्टी मैनेजर ने किस तरह एक बिजनेसमैन की मदद से हजारों करोड़ का घपला किया। आज पूरे देश की जांच एजेसियां गोकुलनाथ शेट्टी को ढूंढ रही हैं जो कि इस घोटाले का खुलासा होने के बाद लापता है।यह घोटाला भी तभी उजागर हुआ जब गोकुलनाथ रिटायर हो गया।
गोकुलनाथ शेट्टी के फेसबुक पेज पर दिये विवरण के अनुसार वह कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के मंगलौर ताल्लुक का स्थाई निवासी है और यहीं के मुल्की में विजया कालेज से पढाई की है। इसके बाद इसने मुंबई के सिडेन्हाम कालेज आफ कामर्स एंड इकोनामिक्स से पढ़ाई की और पंजाब नेशनल बैंक की सेवा में आ गया।
नीरव मोदी के बाद जो दूसरा शख्स केंद्र में हैं वो है गोकुलनाथ शेट्टी। शेट्टी की भूमिका ने पूरे बैंकिंग सिस्टम पर सवाल उठा दिए हैं।शेट्टी पिछले साल मई में पंजाब नेशनल बैंक से डिप्टी मैनेजर के पद ले रिटायर हुआ है।एफआईआर में दिए शेट्टी के पते के मुताबिक मुंबई के बोरीवली में रहता है।लेकिन दिये गए पते पर सुजाता नाम की बिल्डिंग के आठ नंबर के कमरे में एक शख्स मिला जिसने बताया कि वो शेट्टी का किराएदार है।वह शख्स करीब एक साल से यहां रह रहा है। वह शेट्टी को किराया चेक से देता है लेकिन उसे नहीं मालूम कि शेट्टी कहां रहता है।बिल्डिंग सेक्रेटरी के मुताबिक शेट्टी 7-8 साल पहले यही रहता था, लेकिन बाद में वो किसी दूसरी जगह शिफ्ट हो गया।
गोकुलनाथ शेट्टी ने रिटायर होने के बाद मुंबई में 3.9 करोड़ रुपये में घर खरीदा था। अधिकारी इस घर को भी जब्त करने की तैयारी कर रहे हैं। गोकुलनाथ शेट्टी पर दूसरे कर्मचारियों की मिलीभगत से फ़र्ज़ी लेटर ऑफ़ अंडरटेकिंग जारी कर नीरव मोदी को फ़ायदा पहुंचाने का आरोप है।
आइये जानें कैसे किया घोटाला
डायमंड इंपोर्ट करने के लिए लेटर ऑफ़ क्रेडिट के लिए नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक से संपर्क किया। पीएनबी नीरव के लिए उसकेसप्लायर्स को भुगतान करता था। ये रकम बाद में नीरव मोदी से वसूली जाती थी। आरोप है कि पीएनबी अधिकारियों ने जाली लेटर ऑफ़ अंडरटेकिंग जारी किए। जिसके आधार पर भारतीय बैंक की विदेशी शाखाओं ने डॉलर में नीरव मोदी को लोन दिया। इस ऋण का इस्तेमाल बैंक के नोस्ट्रो अकाउंट की फ़ंडिंग के लिए किया गया। एकाउंट्स से फ़ंड को विदेश में कुछ फ़र्मों को भी भेजा गया। नोस्ट्रो अकाउंट किसी भारतीय बैंक के विदेशी बैंक में खाते को कहते हैं।