श्रीनगर: श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पांपोर के थाना प्रभारी के सुरक्षा दस्ते में शामिल एक पुलिसकर्मी हथियारों संग फरार हो आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का हिस्सा बन गया।
हालांकि पुलिस ने इस बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है लेकिन हिजबुल मुजाहिदीन ने एक बयान जारी कर इसकी पुष्टि करने के साथ ही राज्य पुलिस के सभी जवानों व अधिकारियों को नौकरी छोड़ हिजब में शामिल होने को कहा है।
फरार हुए पुलिसकर्मी की पहचान एसपीओ इरफान अहमद डार निवासी निहामा, काकपोरा पुलवामा के रूप में हुई है। वह पांपोर के थाना प्रभारी के एस्कार्ट दस्ते का सदस्य था। इरफान सरकारी एसाल्ट राइफल, दो मैगजीन और कारतूस लेकर भागा है। वह मंगलवार 26 जून की शाम तक पुलिस स्टेशन में ही था और उसके बाद अचानक वहां से गायब हो गया। देर शाम गए जब उसे बुलाया गया तो वह कहीं नहीं मिला। उसका फोन भी स्विच ऑफ था।
फरार सिपाही आतंकियों के साथ जा मिला है, क्योंकि वह जिस इलाके का रहने वाला है, उसे आतंकियों के प्रभाव वाला माना जाता है। काकपोरा और उसके साथ सटे इलाकों में बीते दो सालों के दौरान कई लड़के आतंकी बने हैं। इस क्षेत्र में जब भी सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया, उन्हें भीषण पथराव का सामना करना पड़ा है।
हिजबुल मुजाहिदीन के प्रवक्ता गाजी बुरहानुदीन ने स्थानीय न्यूज एजेंसियों को फोन पर बताया कि पांपोर पुलिस स्टेशन से लापता एसपीओ इरफान अहमद कहीं गायब नहीं है। उसने पुलिस की नौकरी छोड़ हिजबुल मुजाहिदीन का साथ देने का फैसला किया है और वह इस समय संगठन के अन्य लड़कों के साथ सुरक्षित ठिकाने पर है।
हिजबुल ने सभी जवानों व अधिकारियों से नौकरी छोड़ हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने व कश्मीर में जारी जिहाद को कामयाब बनाने की अपील की है।