भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए बड़े अभियान की तैयारी, सूची तैयार कर रही सरकार

पूरी दुनिया में छाए कोरोना संकट के बीच मोदी सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती विदेश में फंसे भारतीयों के स्वदेश वापसी की है। दुनिया के विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए सरकार बड़ा अभियान चलाने की कोशिश में जुटी हुई है।

Update:2020-04-20 10:49 IST

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में छाए कोरोना संकट के बीच मोदी सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती विदेश में फंसे भारतीयों के स्वदेश वापसी की है। दुनिया के विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए सरकार बड़ा अभियान चलाने की कोशिश में जुटी हुई है। विदेश में फंसे छात्रों, रोजगार गंवाने वाले भारतीयों और पर्यटन वीजा पर दूसरे देशों में जाकर फंसे लोगों की सूची तैयार की जा रही है। सरकार इसके लिए भारतीय दूतावासों और उच्चायोगों की मदद ले रही है।

सरकार ने एयर इंडिया को किया अलर्ट

केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी विदेश में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी पर माथापच्ची करने में जुटे हुए हैं। एयर इंडिया को अलर्ट मोड पर रखा गया है। इस काम में सेना के डॉक्टरों की मदद लेने पर भी विचार किया जा रहा है। सरकार को जानकारी मिली है कि दुनिया के तमाम देशों में फंसे भारतीय स्वदेश वापसी के लिए परेशान हैं मगर वे चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, रूस, जर्मनी और मलेशिया आदि देशों में पढ़ाई करने के लिए गए हजारों छात्र कोरोना संकट के कारण वहीं फंस गए हैं।

यह भी पढ़ें...इन नियमों के तहत आज से काम करेंगे लोकसभा व राज्यसभा सचिवालय के कर्मचारी

अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद होने से संकट गहराया

विदेश में फंसे भारतीयों के सामने सबसे बड़ा संकट यह है कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ाने बंद कर दी गई हैं। भारत ने भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा रखी है ताकि विदेश से आने वाले लोगों के जरिए इस वायरस का संक्रमण ना हो सके। अब सरकार विभिन्न देशों में मौजूद भारतीय दूतावासों और उच्चायोगों के जरिए ऐसे भारतीयों की सूची तैयार करवा रही है जो विदेश में फंसे हुए हैं। सरकार तक पहुंची जानकारी के अनुसार करीब 35000 लोगों को तत्काल मदद की जरूरत है। इसलिए सरकार उन लोगों की स्वदेश वापसी का रोडमैप तैयार करने की कोशिश में जुटी हुई है।

यह भी पढ़ें...क्या आपको पता है लॉकडाउन के कारण नकद लेनदेन पर कितना फर्क पड़ा है?

कोरोना संकट ने छीन लिया रोजगार

सरकार को मिली जानकारी के अनुसार 55 देशों में 3336 भारतीय कोरोना पॉजिटिव हैं। खाड़ी के देशों में कोरोना पॉजिटिव भारतीयों की संख्या सबसे ज्यादा है। वहां दो हजार भारतीयों के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी सामने आई है। कोरोना संकट के कारण खाड़ी सहित विभिन्न देशों में काफी संख्या में भारतीयों का रोजगार भी छिन गया है। रोजगार छिन जाने से ये लोग काफी परेशान हैं और लगातार दूतावासों से संपर्क कर स्वदेश वापसी की गुहार लगा रहे हैं। विभिन्न दूतावासों से ऐसी जानकारियां भारतीय विदेश मंत्रालय तक पहुंची हैं।

यह भी पढ़ें...लाॅकडाउन: पुलिस ने बेटे को रोका तो बौखलाए TRS के सांसद, वीडियो वायरल

छात्रों को वरीयता देने की तैयारी

जानकार सूत्रों का कहना है कि सरकार स्वदेश वापसी के लिए सबसे पहले विदेशों में अध्ययनरत भारतीय छात्रों को वरीयता देना चाहती है। शिक्षा संस्थानों के बंद हो जाने के कारण ऐसे छात्रों की पढ़ाई पूरी तरह ठप है और वे बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं।

सूत्रों का कहना है कि विदेश में फंसे भारतीय छात्रों की सूची लगभग तैयार है और विदेश मंत्रालय इस बाबत लगातार एयर इंडिया के संपर्क में है। सरकार जल्द से जल्द विदेश में फंसे भारतीयों की समस्या का निवारण करना चाहती है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही सरकार की ओर से इस बाबत बड़ा अभियान छेड़ा जाएगा।

Tags:    

Similar News