मोदी से पहले पूर्व पीएम शास्त्री ने जनता से की थी ये बड़ी अपील, जानिए कब
देश भर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। जिसके बाद इसके बढ़ते खतरे को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश के नाम संबोधन में 'जनता कर्फ्यू' का आह्वान किया। पीएम देश की जनता से 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की। पीएम मोदी के जैसा मुहिम देश के पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने चलाया था।
नई दिल्ली: देश भर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। जिसके बाद इसके बढ़ते खतरे को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश के नाम संबोधन में 'जनता कर्फ्यू' का आह्वान किया। पीएम देश की जनता से 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की। पीएम मोदी के जैसा मुहिम देश के पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने चलाया था। दरअसल पीएम मोदी की इस अपील को पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के एक दिन के उपवास से जोड़कर देखा जा रहा है।
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क्या थी पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री की अपील-
करीब 50 साल पहले देश के पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने देश में अनाज की कमी के कारण देशवासियों से सप्ताह में एक दिन उपवास की अपील की थी। शास्त्री ने अनाज के लिए अमेरिका के आगे हाथ न फैलाना पड़े इसके लिए कई कदम उठाए थे। अमेरिका कुछ शर्तों के साथ भारत को अनाज देने की बात कही थी। शास्त्री जी अमेरिका से अनाज नहीं लेना चाहते थे। इसके बाद इस मुहिम की शुरुआत उन्होंने अपने परिवार से की। उन्होंने अपने परिवार को एक दिन का उपवास करने को कहा। परिवार के बाद उन्होंने देशवासियों से एक दिन के उपवास के लिए कहा।
'हमें अपना स्वाभिमान बचाए रखना है'-
उन्होंने जनता से कहा था कि हमें देश में उपलब्ध अनाज से ही काम चलाना होगा। हमें अपना स्वाभिमान बचाए रखना है। हम किसी दूसरे देश से मांग नहीं सकते हैं। इसलिए देश के लोगों को एक वक्त का उपवास हर सप्ताह में करना चाहिए। इससे देश इतना अनाज बचा लेगा कि अगली फसल आने तक देश में अनाज उपलब्ध रहेगा।
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पीएम मोदी ने क्या कहा-
पीएम मोदी ने गुरुवार की शाम देश को संबोधित करते हुए देशवासियों से 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के लिए कहा। उन्होंने कहा कि 22 मार्च रविवार को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता कर्फ्यू का पालन करना है। अपने घरों से न निकलें। केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग ही निकले। मैं चाहता हूं कि 22 मार्च को हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद करें जो जोखिम उठाकर आवश्यक कामों में लगे हुए हैं। 22 मार्च को हमारा यह प्रयास, हमारा अत्म संयम देश हित में कर्तव्य पालन के लिए मजबूत संकल्प होगा।
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