Qutub Minar Controversy: कुतुब मीनार परिसर में पूजा-पाठ की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई टली
Qutub Minar Masjid News : दिल्ली के साकेत कोर्ट में आज कुतुब मीनार परिसर में पूजा पाठ की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई होनी थी। मगर याचिका पर सुनवाई 20 मई तक टाल दी गई है।
Qutub Minar Controversy : आज दिल्ली के साकेत कोर्ट में कुतुब मीनार परिसर में मौजूद मस्जिद (Qutub Minar Masjid) में पूजा पाठ करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई होनी थी। सुनवाई शुरू होने के कुछ देर पहले ही या खबर आई कि अब इस केस की सुनवाई इसी महीने 24 तारीख को होगी। बता दें कुतुब मीनार परिसर में पूजा पाठ की मांग करने वाली याचिका से जुड़े वकील विष्णुशंकर इस वक्त दिल्ली से बाहर है जिसके कारण कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई 24 मई तक के लिए टाल दी है।
क्या है याचिका?
देश में मौजूदा वक्त में ताजमहल (Taj Mahal) समेत कई मस्जिद और इमारतों को लेकर विवाद चल रहा है। इसी सिलसिले में हाल ही में कुतुब मीनार से जुड़े एक याचिका को दिल्ली के साकेत कोर्ट में दायर किया गया। इस याचिका में याचिकाकर्ता द्वारा यह दावा किया गया कि कुतुब मीनार परिसर में मौजूद मस्जिद में जैन धर्म और हिंदू धर्म से जुड़े कई मंदिर हैं। जिनके विध्वंस करके बाद में मंदिर की जगह मस्जिद बनवाया गया था। याचिकाकर्ता की ओर से मांग की गई है कि क़ुतुब मीनार परिसर में मौजूद मस्जिद में वहां मूर्तियों की स्थापना कर पूजा करने की इजाजत दी जाए। बता दें याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट मैं दायर याचिका में कहा गया है कि कुतुब मीनार के परिसर में मस्जिद बनने से पहले वहां 27 जैन और हिंदू धर्म के मंदिर थे जिन्हें बाद में छोड़ कर मस्जिद में परिवर्तित कर दिया गया।
यूनाइटेड हिंदू फ्रंट का दावा
हाल ही में हिंदू संगठन यूनाइटेड हिंदू फ्रंट की ओर से यह दावा किया गया था कि कुतुबमीनार असल में विष्णु स्तंभ है जिसे पहले के वक्त में राजा विक्रमादित्य ने बनवाया था। बता दे 10 मई को यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के द्वारा या मांग की गई थी कि वह लोग कुतुब मीनार के सामने पूजा अर्चना करना चाहते हैं इस दौरान संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष भगवान गोयल ने कहा था कि 'महान राजा विक्रमादित्य द्वारा बनवाए गए विष्णु स्तंभ का श्रेय कुतुबुद्दीन ऐबक ने लेने की कोशिश की।' भगवान गोयल की ओर से यह दावा किया गया कि कुतुबुद्दीन ऐबक ने कुतुब मीनार परिसर के भीतर स्थित विक्रमादित्य काल के 27 हिंदू और जैन मंदिरों का विध्वंस कर वहां पर मस्जिद का निर्माण करवाया है।
भगवान गोयल की ओर से दावा किया गया कि इन सभी तथ्यों के साथ आज भी कुतुबमीनार परिषद में मौजूद हैं आप गौर से देखें तो कुतुब मीनार परिसर में कई हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां रखी गई हैं। हमारी मांग है कि विक्रमादित्य द्वारा बनवाए गए इस विष्णु स्तंभ जो मौजूदा में कुतुब मीनार के नाम से जाना जाता है उसे उसका पुराना नाम दिया जाए।