Land for Job Scam Case: लैंड फार जाब स्कैम मामले में राबड़ी और बेटी मीसा को समन, 9 फरवरी को कोर्ट में पेशी

Land for Job Scam Case: लालू यादव के परिवार की मुश्किलें अब और बढ़ सकती है। दिल्ली की एक अदालत ने लालू की पत्नी राबड़ी देवी और दो बेटियों मीसा और हेमा को समन जारी किया है। उनके साथ-साथ केस में अन्य आरोपियों को भी 9 फरवरी को कोर्ट में पेश होने को कहा गया है। मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी पहले ही लालू और तेजस्वी को समन भेज चुकी है।

Update:2024-01-27 18:32 IST

लैंड फार जाब स्कैम मामले में राबड़ी और बेटी मीसा को समन, 9 फरवरी को कोर्ट में पेशी: Photo- Social Media

Land for Job Scam Case: बिहार में जहां राजनीतिक घमासान मचा हुआ है तो वहीं इस बीच लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनसे दो-दो हाथ करने की तमाम तैयारी कर चुके हैं तो वहीं दूसरी तरफ घोटाला केस में परिवार के कई सदस्यों को समन भेजा गया है। दिल्ली की एक कोर्ट ने ईडी की चार्जशीट का संज्ञान लेते हुए राबड़ी देवी, हेमा यादव, मीसा भारती, अमित काटयाल, हृदयनंद चैधरी और अन्य को 9 फरवरी को कोर्ट में पेश होने को कहा है।

जमीन के बदले जॉब केस में लालू यादव और बेटे तेजस्वी यादव को प्रवर्तन निदेशालय ने भी समन भेज रखा है। बताया जा रहा है कि लालू यादव को 29 जनवरी और तेजस्वी यादव को 30 जनवरी को एजेंसी की पटना ऑफिस में पेश होना है। ईडी ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक आरोप पत्र भी दायर किया है। इस मामले में लालू यादव, पत्नी राबड़ी देवी और दो बेटियों मीसा और हेमा को भी आरोपी बनाया गया है।

संघीय एजेंसी ने इस मामले में 600 करोड़ रुपए की अपराध आय का पता लगाने का दावा किया है, जिसमें दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी का एक बंगला भी शामिल है, जिसकी कीमत 150 करोड़ रुपए बताई जाती है। यह मामला 2004 और 2009 के बीच लालू प्रसाद के परिवार के लिए कथित तौर पर भूमि पार्सल के बदले में रेलवे में नियुक्तियों से संबंधित है, जब वह केंद्र में रेल मंत्री थे।

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लालू-राबड़ी-तेजस्वी के खिलाफ भी आरोप पत्र

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नौकरियों के बदले जमीन घोटाला मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के खिलाफ भी आरोप पत्र दायर किया है। आरोप पत्र में 14 अन्य भी शामिल हैं और यह नए सबूतों पर आधारित है जो पहली आरोप पत्र दायर किए जाने के बाद सामने आए।

प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत लालू प्रसाद के परिवार और उनसे जुड़ी कंपनियों की 6 करोड़ रुपए की संपत्ति भी जब्त की है। जांच जारी है और मामले को आगे की कार्यवाही के लिए सूचीबद्ध किया गया है। फिलहाल अभी बिहार में लालू यादव नीतीश कुमार द्वारा शुरू किए गए संग्राम का सामना कर रहे हैं।

एक ओर आरजेडी जहां बिहार की सत्ता से बाहर जाती दिख रही है तो वहीं लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

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