नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी को 'नीच' कहने के मणिशंकर अय्यर के बयान के बाद कांग्रेस पूरी तरह रक्षात्मक हो गई है। इसी वजह से राहुल गांधी को सामने आकर सफाई देनी पड़ी। राहुल ने माना कि 'मणिशंकर ने ये कहकर गलती की है और उम्मीद है कि वो इसके लिए माफी मांगेगे।'
राहुल गांधी ने कहा, कि 'ये कांग्रेस की संस्कृति नहीं है।' हालांकि, पीएम और बीजेपी के नेता भी कांग्रेस के लिए काफी गलत भाषा का इस्तेमाल करते रहते हैं। मणिशंकर ने पिछले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नरेंद्र मोदी को प्रधान मंत्री पद की जगह चाय की दुकान का स्थल दे रहे थे।
इन बयानों से कांग्रेस को कितना मिला फायदा, सबको पता है
मणिशंकर के बयान से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को कितना फायदा मिला, सभी को पता है। बाद में उन्होंने पाकिस्तान जाकर वहां के लोगों से सार्वजनिक रूप से यह अपील की, कि आपलोग मोदी की सरकार को हटवाइए। उनके इस बयान से उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को कितना नुकसान हुआ सभी को पता है।
बता दें, कि मणिशंकर विदेश सेवा में थे। राजीव गांधी के अत्यंत करीबी रह चुके हैं। वो जरूर सोच-समझकर ही बयान देते होंगे।
पीएम को कहा था 'नीच'
दिल्ली में डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर शुभारंभ के मौके पर नरेंद्र मोदी के राहुल गांधी पर किए गए तंज पर कांग्रेस नेता मणिशंकर ने कड़ा ‘रिएक्शन’ दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझको लगता है कि ये आदमी बहुत 'नीच' किस्म का है। इसमें कोई सभ्यता नहीं है। ऐसे मौके पर इस तरह की गंदी राजनीति की क्या आवश्यकता है।’
सारा दोष तर्जुमा पर मढ़ा
विवाद बढ़ने के बाद मणिशंकर अय्यर ने कहा, कि 'उनका मकसद नीच कहना नहीं था। अंग्रेजी के शब्द 'लो' का तर्जुमा कर रहे थे। मुझे लो का इतना ही हिंदी में तर्जुमा यही लग रहा था।'