कांग्रेस स्थापना दिवस: राहुल गांधी बोले- सच्चाई और समानता के संकल्प को दोहराते हैं

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि "देश की आवाज उठाने के लिए पार्टी प्रतिबद्ध रही है। उन्होंने कांग्रेस के स्थापना दिवस पर सच्चाई और समानता के अपने संकल्प को दोहराया।

Update:2020-12-28 11:18 IST
कांग्रेस स्थापना दिवस: राहुल गांधी बोले- सच्चाई और समानता के संकल्प को दोहराते हैं

नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, अब कांग्रेस के नाम से जानी जाती है। जिसकी स्थापना ब्रिटिश राज में आज ही के दिन 28 दिसंबर 1885 में हुई थी। जिसका आज कांग्रेस की ओर स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि "देश की आवाज उठाने के लिए पार्टी प्रतिबद्ध रही है। उन्होंने कांग्रेस के स्थापना दिवस पर सच्चाई और समानता के अपने संकल्प को दोहराया।" वहीं पार्टी की स्थापना दिवस के मौके पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचीं।"

राहुल गांधी ने पार्टी के संकल्प को दोहराया

बता दें कि राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि "देश हित की आवाज उठाने के लिए कांग्रेस शुरू से प्रतिबद्ध रही है। आज कांग्रेस के स्थापना दिवस पर हम सच्चाई और समानता के अपने इस संकल्प को दोहराते हैं। जय हिंद!"

ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरोध में केन्द्रीय भागीदार बनी कांग्रेस

बता दें कि देश की आजादी से 62 साल पहले 1885 में आज ही के दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की गई थी। इसकी स्थापन स्कॉटलैंड के रिटायर्ड अधिकारी एओ ह्यूम ने की थी। संस्थापकों में एओ ह्यूम (थियिसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे। 19 वीं सदी के आखिर में और शुरूआत से लेकर मध्य 20वीं सदी में, कांग्रेस भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में, अपने 1.5 करोड़ से अधिक सदस्यों और 7 करोड़ से अधिक प्रतिभागियों के साथ, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरोध में एक केन्द्रीय भागीदार बनी।

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कांग्रेस के पहले अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी

सबसे बड़ी दिलचस्प बात ये है कि कांग्रेस पार्टी की स्थापना एक अंग्रेज अधिकारी ने की थी, मगर पार्टी के अध्यक्ष भारतीय ही रहे। कांग्रेस के पहले अध्यक्ष कलकत्ता हाई कोर्ट के बैरिस्टर व्योमेश चंद्र बनर्जी रहे।

1905 में कांग्रेस को मिली नई पहचान

बताते चलें कि 1905 में बंगाल का बंटवारा जिससे कांग्रेस को नई पहचान मिली। कांग्रेस ने बंटवारे का पुरजोर विरोध किया। इसके बाद 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे। गांधी जी 1919 में असहयोग आंदोलन से राजनीति में आए। उसके बाद गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस ने कई आंदोलन किए। सविनय अविज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन आदि।

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कांग्रेस पार्टी का प्रमुख अधिकतर गांधी परिवार से

देश के पहले प्रधामंत्री जवाहर लाल नेहरू 1951 से लेकर 1954 तक कांग्रेस अध्यक्ष रहे। उनके बाद 1959 में इंदिरा गांधी अध्यक्ष बनीं। इंदिरा गांधी 1978 से 1984 तक दोबारा अध्यक्ष रहीं। उनकी मौत के बाद राजीव गांधी 1985-1991 तक कांग्रेस अध्यक्ष रहे। सोनिया गांधी 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष बनीं। वह 2017 तक इस पद पर रहीं। राहुल गांधी दिसंबर 2017 से अगस्त 2019 तक कांग्रेस अध्यक्ष रहे थे। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद अगस्त 2019 से सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष हैं।

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