Rahul Gandhi Statement: अमेरिका में राहुल के बयान पर सियासी संग्राम, भाजपा के बाद ओवैसी भी भड़के, विदेश दौरे पर फिर नया विवाद

Rahul Gandhi Statement: राहुल गांधी की ओर से देश में मुस्लिमों की स्थिति को लेकर दिए गए बयान पर भाजपा के बाद एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी तीखी आपत्ति जताई है।

Update:2023-06-01 14:35 IST
Asaduddin Owaisi Rahul Gandhi (photo: social media )

Rahul Gandhi Statement: ब्रिटेन के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयान पर भी विवाद पैदा हो गया है। भाजपा ने सैन फ्रांसिस्को में दिए गए राहुल गांधी के बयान को लेकर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राहुल गांधी की ओर से देश में मुस्लिमों की स्थिति को लेकर दिए गए बयान पर भाजपा के बाद एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी तीखी आपत्ति जताई है।

राहुल गांधी को घेरते हुए भाजपा ने कहा कि उनकी हर विदेश यात्रा के दौरान भारत का अपमान किया जाता है। उनका काम में ही देश की साख गिराना और भारत का अपमान करना है। दूसरी ओर असदुद्दीन ओवैसी ने भी राहुल गांधी के बयान की तीखी आलोचना की है। राहुल गांधी के बयान पर तीखी आपत्ति जताते हुए ओवैसी ने कहा कि उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि 80 के दशक में उत्तर प्रदेश और केंद्र में कांग्रेस की सरकारें ही सत्तारूढ़ थीं। आपको यह स्पष्ट करना चाहिए कि देश में मुस्लिमों के साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है।

राहुल का मकसद देश का अपमान करना

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों छह दिनों की अमेरिका यात्रा पर पहुंचे हुए हैं। इस दौरान सैन फ्रांसिस्को में भारतीय समुदाय के सामने उनके संबोधन को लेकर बड़ा विवाद पैदा हो गया है। इससे पहले राहुल की ब्रिटेन यात्रा के दौरान भी उनके भाषण को लेकर भाजपा और एनडीए में शामिल अन्य दलों के नेताओं ने गहरी आपत्ति जताई थी। अब अमेरिका में दिए गए भाषण पर गहरी आपत्ति जताते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी की विदेश यात्रा का एकमात्र मकसद देश का अपमान करना है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब भी विदेश दौरे पर गए हैं, उन्होंने भारत और देशवासियों पर सवाल खड़े किए हैं। राहुल गांधी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की बढ़ती साख को गिराने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने 80 के दशक का जिक्र किया है और 80 के दशक में तो कांग्रेस की ही सरकार थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मोदी की बढ़ती लोकप्रियता कांग्रेस को हजम नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि पीएम मोदी ने सांप्रदायिक वोट की राजनीति को खत्म कर दिया है और अब मुस्लिम समुदाय भी भारत की प्रगति का हिस्सेदार बन गया है।

भारत में अल्पसंख्यक सबसे सुरक्षित

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने भी देश में दलितों और मुस्लिमों की स्थिति को लेकर दिए गए राहुल गांधी के बयान की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज के लिए भारत दुनिया का सबसे सुरक्षित देश है। दुनिया के किसी भी हिस्से को देखा जाए तो भारत में मुस्लिमों की स्थिति ज्यादा बेहतर नजर आती है। उन्होंने कहा कि विदेशी धरती पर राहुल गांधी की ओर से दिए गए बयानों से भारत विरोधी मुल्कों को भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने में मदद मिलती है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को विदेश में जाकर देश के बारे में भ्रामक बयानबाजी देने का सिलसिला बंद करना चाहिए। हुसैन ने कहा कि राहुल गांधी को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से सीख लेनी चाहिए कि किस तरह वे विपक्ष में रहकर विदेशी धरती पर अपनी बात रखा करते थे।

ओवैसी का भी राहुल पर बड़ा हमला

एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई है। ओवैसी ने कहा कि राहुल गांधी ने 1980 के दशक का जिक्र किया है और उस समय तो उत्तर प्रदेश और केंद्र दोनों ही जगहों पर कांग्रेस की ही सरकारें थीं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को स्पष्ट करना चाहिए कि आज देश में मुस्लिमों के साथ कैसा बर्ताव किया जा रहा है।

राहुल गांधी को यह भी बताना चाहिए था कि पिछले फरवरी महीने के दौरान राजस्थान में जुनैद और नासिर को किस तरह मारा गया था। उन्हें अपने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सीख देनी चाहिए। इस मामले में न्याय नहीं किया गया। ओवैसी ने कहा कि राजनीतिक धर्मनिरपेक्षता ने मुस्लिमों को बर्बाद कर दिया। इसके जरिए संसद और विभिन्न प्रदेशों के विधानसभाओं में मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व खत्म करने की कोशिश की गई।

राहुल के इस बयान पर पैदा हुआ विवाद

सैन फ्रांसिस्को में अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर खूब तंज कसा। राहुल ने कहा कि देश में कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें लगता है कि वे सबकुछ जानते हैं। उन्हें लगता है कि वे भगवान से भी ज्यादा जानते हैं। वे भगवान के साथ बैठ सकते हैं और उन्हें भी समझा सकते हैं। मुझे लगता है कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी भी ऐसे लोगों में शामिल हैं। अगर उन्हें भगवान के साथ बैठा दें तो वे भगवान को भी समझाने लगेंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है।

उन्होंने कहा कि आज भारत में मुसलमानों के साथ जैसा व्यवहार किया जा रहा है, वैसा 80 के दशक में दलितों के साथ होता था। उन्होंने कहा कि हमें मुस्लिमों की स्थिति में सुधार की इस बड़ी चुनौती से जूझना होगा। खास बात यह है कि राहुल गांधी ने 80 के दशक का जिक्र किया और उस समय देश में उनकी दादी इंदिरा गांधी की सरकार थी। उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर देश के महत्वपूर्ण संस्थानों और संसाधनों पर कब्जे की कोशिश का बड़ा आरोप भी लगाया।

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