कोरोना संकट: अमेरिकी एक्सपर्ट से राहुल गांधी की बात, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
देश की अर्थव्यवस्था को लेकर राहुल गांधी बहुत चिंतित है और इन दिनों लगातार किसी ना किसी व्यक्ति से इस विषय में बात कर रहे हैं। इसी कड़ी में राहुल ने अमेरिका के पूर्व विदेश उपमंत्री निकोलस बर्न्स से बातचीत की है।
नई दिल्ली: देश की अर्थव्यवस्था को लेकर राहुल गांधी बहुत चिंतित है और इन दिनों लगातार किसी ना किसी व्यक्ति से इस विषय पर बात कर रहे हैं। इसी कड़ी में राहुल ने अमेरिका के पूर्व विदेश उपमंत्री निकोलस बर्न्स से बातचीत की है। दोनों के बातचीत का वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी किया गया।
इस बातचीत के मुख्य अंश
इस वीडियो में देख सुन सकते हे कि राहुल ने वैश्विक कोरोना संकट के साथ दुनिया से संबधित कई मामलों पर निकोलस बात की। इसमें अश्वेत नागरिक, हिन्दू-मुस्लिम, लोकतंत्र समेत कई मसलों पर बात हुई। बातचीत में पहले राहुल ने अमेरिका ताजा हालात के बारे में जानना चाहा तो निकोलस ने साफ शब्दों में कहा कि अमेरिका में प्रदर्शन जारी है। जो वहां के लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है। निकोलस ने डोनाल्ड ट्रंप के बारे में कहा कि वो सोचते हैं कि वो सबकुछ ठीक कर सकते हैं। लेकिन हमारे यहां सेना के लोगों ने ही कह दिया है कि हम सेना सड़क पर नहीं उतारेंगे, हम संविधान के हिसाब से चलेंगे राष्ट्रपति के हिसाब से नहीं।
इस बातचीत में दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच के संबंधों को बेहतर माना। लेकिन अब सिर्फ व्यापार की तरह हो गया है। लेकिन अमेरिका हमेशा से ही भारत के साथ रहा है। अगर हमारे देशों के सामने कोई चुनौती है, तो चीन-रूस जैसे देश हैं हम लड़ाई नहीं चाहते हैं लेकिन अपनी सुरक्षा करना हमारा फर्ज है। सैन्य रिश्ते काफी मजबूत हैं, फिर चाहे थल हो या फिर वायुसेना ही क्यों ना हो। दोनों देशों को लोगों के आने-जाने पर सख्ती में कमी करनी चाहिए, ( H1B )वीज़ा को लेकर काम किया जा सकता है और नियमों को आसान बनाया जा सकता है।
'अश्वेतों को आतंकी समझते हैं ट्रंप'
निकोलस ने कहा अफ्रीकी-अमेरिकियों के साथ लंबे वक्त से ऐसा होता रहा है। देश की जनता ने बराक ओबामा जैसे नेता को राष्ट्रपति को चुना, लेकिन आज स्थिति अलग है। अब अमेरिका में राष्ट्रपति ब्लैक लोगों को आतंकवादी समझते हैं। राहुल ने इस पर कहा कि भारत और अमेरिका दोनों ही सहिष्णु देश हैं, जो नए आइडिया को समझते हैं और किसी भी विचार की इज्जत करते हैं। लेकिन आज दोनों देशों में परेशानी है।
कल किया था ट्वीट
गुरुवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। राहुल ने लिखा, "12 जून को सुबह 10 बजे मैं एंबेसडर निकोलस बर्न्स से बात करूंगा, जिसमें इसपर चर्चा होगी कि कोरोना का संकट किस तरह दुनिया के ऑर्डर को बदल देगा।"
निकोलस बर्न्स हार्वर्ड के जॉन एफ केनेडी स्कूल में 'प्रैक्टिस ऑफ डिप्लोमेसी एंड इंटरनेशनल पॉलिटिक्स' विभाग में प्रोफेसर हैं। बर्न्स हार्वर्ड केनेडी स्कूल में 'फ्यूचर ऑफ डिप्लोमेसी प्रोजेक्ट' के निदेशक और मध्य-पूर्व, भारत व दक्षिण एशिया प्रोग्राम्स के फैकल्टी चेयरमैन हैं।
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देखे निकोलस से बातचीत वाली वीडियो...
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विशेषज्ञयों से विचार-विमर्श
बता दें कि अब तक राहुल गांधी कई लोगों से चर्चा कर चुके हैं, जिसमें आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन, अभिजीत बनर्जी जैसे आर्थिक क्षेत्र के बड़े नाम शामिल रहे हैं। हाल ही में उन्होंने बिजनेसमेन राजीव बजाज के साथ भी बात किया था।
राहुल गांधी इस बीच मोदी सरकार पर पूरी तरह से हमला कर रहे हैं। उन्होंने लॉकडाउन को असफल फैसला बताया है और साथ ही मोदी सरकार की रणनीति पर सवाल उठाए। राहुल ने आरोप लगाया था कि केंद्र ने शुरुआत में राज्यों की मदद नहीं की और अब सबकुछ राज्यों पर छोड़ दिया है। लद्दाख में भारतीय सीमा के अंदर चीनी सैनिकों के अतिक्रमण के मुद्दे पर देश में राजनीति तेज़ है और बयानबाजी जारी है। इस मुद्दे पर स्थिति साफ करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं।