Rahul Gandhi पुराने बंगले में वापस लौटना नहीं चाहते, 12 तुगलक लेन की जगह तलाश रहे नया आशियाना
Rahul Gandhi Bungalow: कांग्रेस नेता को ये बंगला तब मिला था, जब वो पहली बार अमेठी से सांसद चुनकर आए थे। बतौर सांसद राहुल बीते 19 वर्षों से 12, तुगलक लेन के इस बंगले में रह रहे थे
Rahul Gandhi Bungalow : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता बहाली के बाद उन्हें उनका पुराना आवास फिर आवंटित कर दिया गया। लेकिन, अभी तक राहुल गांधी 12 तुगलक लेन वाले अपने पुराने बंगले में शिफ्ट नहीं हुए। ऐसे में लोगों की जागरूकता बढ़ी। अब पता चला है कि, राहुल इस बंगले में शिफ्ट होना नहीं चाहते। इस बारे में उन्होंने हाउसिंग कमेटी (Housing Committee) को चिट्ठी लिखकर अवगत करा दिया है।
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आपको बता दें, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को ये बंगला 19 साल पहले आवंटित हुआ था। तब बतौर अमेठी सांसद पहली बार जीतकर वो पार्लियामेंट पहुंचे थे। लेकिन, इसी साल 'मोदी सरनेम केस' (Modi Surname Case) में दोषी करार दिए जाने के बाद उनसे ये बंगला खाली करवा लिया गया था।
15 दिन की अवधि हुई समाप्त
वायनाड सांसद राहुल गांधी को लोकसभा हाउस कमेटी द्वारा 12, तुगलक लेन बंगले (12, Tughlak Lane Bunglow) के पुन: आवंटन पर जवाब देने के लिए दी गई 15 दिन की अवधि कांग्रेस नेता द्वारा इसे स्वीकार किए बिना बुधवार को समाप्त हो गई। हालांकि, पार्टी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि, आवंटन को पूरी तरह से अस्वीकार नहीं किया गया था। उन्होंने राहुल के बंगले में वापस नहीं लौटने को उनका मौन विरोध मानने से भी इनकार नहीं किया।
नया घर ढूंढ रहे हैं राहुल गांधी
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राहुल गांधी इन दिनों घर के लिए कुछ और विकल्प तलाश रहे हैं। राहुल 16 अगस्त को बहन प्रियंका वाड्रा के साथ 7, सफदरजंग लेन देखने गए थे। बता दें, यह बंगला पहले महाराजा रणजीत सिंह (Maharaja Ranjit Singh) का था। राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने के बाद 8 अगस्त को लोकसभा की हाउसिंग सोसायटी ने उन्हें 12, तुगलक लेन वाला बंगला फिर से अलॉट कर दिया था।
खाली कराया गया था राहुल से बंगला
'सच बोलने की सजा दी गई'
राहुल गांधी ने एक महीने की समय सीमा के भीतर बंगला खाली कर दिया था। जिसके बाद वो अपनी मां सोनिया गांधी के साथ रहने उनके आवास 10, जनपथ चले गए थे। घर छोड़ते वक्त राहुल ने कहा था, उन्हें सच बोलने की सजा दी गई है।'