राफेल पर राहुल की माफी मंजूर: नसीहत भी दी, रविशंकर ने कहा...
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस के एम जोसेफ की पीठ ने राहुल गांधी के खिलाफ अवमानना के इस मामले में 10 मई को सुनवाई पूरी की थी।
नई दिल्ली: राफेल डील की जांच की मांग वाली पुनर्विचार याचिकाएं खारिज करने के साथ ही सुप्रीम कोर्टने चौकीदार चोर है वाले बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राहत दी है।
ये भी पढ़ें— काम की बात: अगर है डायबीटीज तो न लें टेंशन, जानें ये जरुरी बातें
कोर्ट ने राहुल गांधी की माफी को स्वीकार करतेहुए अवमानना याचिका तो खाारिज कर दी मगर साथ ही राहुल को नसीहत भी दी कि वे भविष्य में ऐसी बयानबाजी से बचें। इस मामले में राहुल के वकीलऔर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने न्यायालय का आभार जताया। उन्होंने कहा कि हमारी जुबान से कई बार ऐसे शब्द फिसल जाते हैं मगर वास्तविकता में अवमानना का मकसद नहीं होता।
मीनाक्षी लेखी ने दाखिल की थीयाचिका
उल्लेखनीय है कि बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने राहुल गांधी के चौकीदार चोर है बयान को सुप्रीम कोर्ट से जोडऩे पर अवमानना याचिका दाखिल की थी। दरअसल, राफेल मामले में मोदी सरकार पर हमला करने के लिए राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्टका नाम लेकर टिप्पणी की थी। राहुल गांधी ने कहा था कि अब सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है कि चौकीदार चोर है। सारा विवाद राहुल के इसी बयान पर था।
ये भी पढ़ें— JNU में बढ़ा बवाल: मूर्ति तोड़कर नीचे लिखी गई अभद्र भाषा
भविष्य में संभलकर बोलने की नसीहत
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस के एम जोसेफ की पीठ ने राहुल गांधी के खिलाफ अवमानना के इस मामले में 10 मई को सुनवाई पूरी की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मिस्टर राहुल गांधी को भविष्य में संभलकर बोलने की जरुरत है। सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को नसीहत दी कि भविष्य में कोर्ट से जुड़े किसी भी मामले में किसी भी प्रकार का राजनीतिक भाषण देने में उन्हें सतर्कता बरतनी चाहिए।
राहुल ने बिना शर्त मांग ली थी माफी
गत लोकसभा चुनाव के समय राहुल ने राफेल के मुद्दे को जोर-शोर से उठायाथा। उस समय राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष थे। राहुल ने पीठ से कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंधित अपनी टिप्पणी गलत तरीके से शीर्ष अदालत के हवाले से कहने पर वह पहले ही बिना शर्त माफी मांग चुके हैं। राहुल गांधी की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी का कहना था कि कांग्रेस नेता ने शीर्ष अदालत के हवाले से गलत तरीके से यह टिप्पणी करने के लिए खेद व्यक्त कर दिया है। सिंघवी ने कहा कि राहुल गांधी को अपनी गलती का एहसास हो गया था और उन्होंने अपनी गलती मानने में कोई देरी नहीं की है। सिंघवी ने सुप्रीम कोर्टसे कहा था कि वह उनके हलफनामे को स्वीकार करके उनके खिलाफ अवमानना का मामला बंद कर दे।
ये भी पढ़ें—16 हजार करोड़ का वारिस इस लड़की से दो दिसंबर को करेगा शादी, जानें इनके बारे में
दूसरी ओर बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी की ओरसेवरिष्ठ अधिवक्ता मुकुलरोहतगी का कहनाथा कि राहुल की क्षमा याचना नामंजूर की जानी चाहिए और उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए। रोहतगी की दलील थी कि न्यायालय को राहुल गांधी को अपनी टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहना चाहिए।
यह था मामला
10 अप्रैल को शीर्ष अदालत ने सरकार की आपत्तियों को दरकिनार करते हुए राफेल मामले में दायर पुनर्विचार याचिका पर नए दस्तावेज के आधार पर सुनवाई का फैसला कियाथा। सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 3 सदस्यीय बेंच ने फैसले में कहा था कि जो नए दस्तावेज डोमेन में आए हैं, उन आधारों पर मामले में पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई होगी। इसके बाद राहुल ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि अब सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है कि चौकीदार चोर है। राहुल ने कहाथा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कर दियाहै कि चौकीदारजीने चोरी करवाईहै क्योंकि शीर्ष अदालत नेभी मानाहै कि राफेल मामले में कोई न कोई भ्रष्टाचार जरूर हुआ है।
देश से माफी मांगें राहुल: रविशंकर
राफेल मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और खुद राहुल गांधी को पूरेदेशसे माफी मांगनी चाहिए। केन्द्रीय रक्षा मंत्रीराजनाथ सिंह ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।
राहुल ने देश को गुमराह किया
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राफेल मामले पर पूरी प्रक्रिया को जांचने के बाद इसे सही ठहराया है। सुप्रीम कोर्ट ने दाम की प्रक्रिया को भी जांचा और सही बताया। सुप्रीम कोर्ट ने ऑफसेट की प्रक्रिया को भी सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि जब ये लोग सुप्रीम कोर्ट से हार गए तो कांग्रेस इसे लोकसभा चुनाव में अपना मुख्य मुद्दा बनाया। राहुल गांधी ने तो यहां तक कह डाला कि सुप्रीम कोर्ट ने हमारे लोकप्रिय और ईमानदार नेता को चोर बता दिया है। ऐसा बयान देकर राहुल गांधी और कांग्रेस ने देश को गुमराह किया। इस कारण उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
राहुल के पीछे थीं कौन सी ताकतें
रविशंकर प्रसादने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई सेबचने के लिए तो राहुल गांधी ने माफी मांग ली है, लेकिन देश की जनता के सामने क्या करेंगे। उन्हें देश की जनता से भी माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने झूठ बोलकर हमारे ईमानदार पीएम के खिलाफ अभियान चलाया। साथ ही विदेशों में भारत की छवि खराब की। अब देश जानना चाहता है कि वो कौन सी ताकतें थी जो राहुल गांधी के पीछे खड़ी थीं।
राजनाथने किया फैसले का स्वागत
इस बीच रक्षा मंत्रीराजनाथ सिंह ने राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह हमारी सरकार के कदम का समर्थन है। मोदी सरकार के पारदर्शिता भरे फैसले को देश की शीर्ष अदालत से मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि रक्षा से जुड़े मामलों पर कोई भी राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछलोगों ने निजी फायदे के लिए ऐसा किया। कांग्रेस के लोगों ने इस मामले में पीएम का नाम घसीटकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की।