India Vs Bharat: फिर गरमाया ‘इंडिया बनाम भारत’ का मुद्दा, रेल मंत्रालय ने कर दी बड़ी मांग
India Vs Bharat: कैबिनेट को भेजा गया इस तरह का यह पहला प्रस्ताव है, जिसमें देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत करने की मांग की गई है।
India Vs Bharat: इंडिया बनाम भारत’ का मुद्दा रह रहकर जोर पकड़ रहा है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता देश का नाम इंडिया के बजाय भारत करने का समर्थन कर रहे हैं। वहीं, विपक्ष का कहना है कि उनके गठबंधन का नाम इंडिया होने के कारण केंद्र सरकार ऐसा कर रही है। इस विवाद में एक और बड़ा अपडेट आया है। रेल मंत्रालय ने केंद्रीय कैबिनेट के सामने एक प्रस्ताव रखा है, जिसमें इंडिया का नाम भारत करने की मांग की गई है।
कैबिनेट को भेजा गया इस तरह का यह पहला प्रस्ताव है, जिसमें देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत करने की मांग की गई है। प्रस्ताव में कहा गया है कि संविधान में इंडिया और भारत दोनों नामों का जिक्र है, ऐसे में अगर भारत नाम का प्रयोग बढ़ता है तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा। इस प्रस्ताव पर फिलहाल केंद्र सरकार की ओर से कोई बयान नहीं आया है। लेकिन सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में सरकारी दस्तावेजों में इंडिया की जगह भारत शब्द का चलने बढ़ सकता है।
एनसीईआरटी से भी की जा चुकी है सिफारिश
हाल ही में नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) से अपनी किताबों में इंडिया की जगह भारत शब्द का इस्तेमाल करने की सिफारिश की गई थी। नेशनल सिलेबस एंड टीचिंग लर्निंग मेटेरियल कमेटी (NSTC) ने एनसीईआरटी को यह सुझाव दिया था। NSTC के अध्यक्ष सीआई आइजैक ने इसके समर्थन में दलील देते हुए कहा था कि इंडिया शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर ईस्ट इंडिया कंपनी के आगमन और 1757 के प्लासी के युद्ध के बाद शुरू हुआ था। जबकि, भारत का जिक्र विष्णु पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों में मिलता है, जो कि सात हजार साल पुराने हैं। ऐसे में किताबों में इंडिया के बदले भारत शब्द का प्रयोग हो।
इस पर विपक्ष की ओर से तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली थी। राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने इस पर कहा कि इंडिया गठबंधन के बाद से भाजपा की उन्मादी प्रतिक्रिया रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर इंडिया गठबंधन अपना नाम बदलकर भारत कर लेता है तो क्या देश का नाम बदलकर जंबूद्वीप या कोई और नाम रखेंगे। इसी तरह कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि बीजेपी इसके जरिए केवल ध्रुवीकरण करना चाहती है। हालांकि, विवाद बढ़ने पर एनसीईआरटी के अध्यक्ष दिनेश सकलानी ने साफ किया कि समिति की सिफारिशों पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
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जी20 के दौरान भी हुआ था इस्तेमाल
बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर इंडिया की बजाय भारत लिख लिया। जी20 सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों को जो राष्ट्रपति द्वारा आमंत्रण पत्र भेजा गया, उसमें भी प्रेसीडेंट ऑफ भारत लिखा था। समिट में नेम कार्ड पर भी देश का नाम भारत ही लिखा था। हाल के दिनों में जो सरकार की ओर से आधिकारिक प्रेस रिलीज आई है, उसमें भी इसी नाम का जिक्र है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट की बैठक के दौरान अपने मंत्रियों को इस मामले पर ज्यादा न बोलने की सलाह दे चुके हैं।