Indian Air Force: जैसलमेर में बड़ा हादसा! भारतीय वायुसेना का UAV विमान क्रैश, कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित
Indian Air Force: भारतीय वायु सेना का एक दूर से संचालित विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान गुरुवार को जैसलमेर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। किसी भी कर्मी या संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
Indian Air Force News: राजस्थान के जैसलमेर में गुरुवार को भारतीय वायुसेना (IAF) का UAV विमान क्रैश हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, यह हादसा विमान में आई तकनीकी खराबी की वजह से चलते हुआ है। राहत की बात यह है कि विमान के पायलट या फिर स्थानीय संपत्ति को कोई भी नकुसान नही हुआ है। इस हादसे पर आईएएफ ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित की गई है। विमान क्रैश की जानकारी भारतीय वासुसेना ने एक्स पर दी।
घटनास्थल पर पहुंचे वायुसेना के अधिकारी
वायुसेना का विमान जैसलमेर स्थित पिथला क्षेत्र में हुआ है। इस घटना पर जिले के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि हादसे का शिकार हुआ वायुसेना का टोही विमान है। विमान सीमावर्ती क्षेत्र में निगरानी कर रहा था, तभी हादसे का शिकार हो गया। हैं। क्रैश विमान का मलबा काफी दूर तक फैल गया। घटना की सूचना मिलते ही तुरंत भारतीय वुया सेना के अधिकारी पहुंच गए हैं और घटना की जांच कर रही है।
पूरा विमान जल कर खाक
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हम ट्यूबवेल पर बैठे थे तभी यह विमान जा गिरा। गिरते विमान में आग लग गई। स्थानीय ग्रामीणों में आग बुझाने की कोशिश की। हालांकि उसके बाद विमान में लगी आग धधकती रही। घटना की जानकारी मिलते ही वायुसेना के अधिकारियों के साथ पुलिस और दमकल विभाग के कर्मी भी पहुंचे। उसके बाद फायर बिग्रेड के कर्मियों ने विमान पर लगी आग पर काबू पाया गया।
विमान था नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर
भारतीय वायु सेना ने एक्स पर पोस्ट करते हुए हादसे की जानकारी दी। पोस्ट पर लिखा कि भारतीय वायु सेना का एक दूर से संचालित विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान गुरुवार को जैसलमेर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। किसी भी कर्मी या संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है। दुर्घटना का कारण जानने के लिए भारतीय वायु सेना की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया है।
नियमित उड़ाने से रखी जाती जासूसी गतिविधियों नजर
दरअसल, राजस्थान का जैसलमेर इलाका पाकिस्तान के बार्डर से लगता है। इसलिए आसमान से सीमा पार और सीमा क्षेत्र में जासूसी गतिविधियों पर भारतीय वायुसेना टोही विमान से नजर रखता है। इस वजह से मानव रहित विमान की उड़ान वायु सेना की ओर से बॉर्डर इलाके में नियमित रूप से संचालित की जाती है।