तमिलनाडु में 5 दिन बाद दस्तक दे सकता है चक्रवात फैनी
चक्रवात के पहुंचने से पहले ही तमिलनाडु और अन्य पड़ोसी दक्षिण भारतीय राज्यों में मौसम के बेहद खराब होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। करीब छह महीने पहले गाजा चक्रवात से भी भीषण तबाही मची थी।
चेन्नई: भारतीय मौसम विभाग ( India Meteorological Department) का कहना है कि 30 अप्रैल से लेकर 1 मई के बीच फानी चक्रवात तमिलनाडु के उत्तरी तट पर पहुंच सकता है। इसके मद्देनजर राज्य में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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चक्रवात के पहुंचने से पहले ही तमिलनाडु और अन्य पड़ोसी दक्षिण भारतीय राज्यों में मौसम के बेहद खराब होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। करीब छह महीने पहले गाजा चक्रवात से भी भीषण तबाही मची थी।
तमिलनाडु तक सीमित नहीं रहेगा फानी का कहर मौसम विभाग ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में मूसलाधार बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
स्थानीय लोगों को भी सुझाव दिया गया है कि वे ऐसे स्थानों पर न जाएं, जहां भूस्खलन की आशंका रहती है। तूफान का असर केवल तमिलनाडु तक सीमित नहीं रहेगा, इसलिए पुडुचेरी, केरल और कर्नाटक के लोगों को भी अलर्ट रहने का सुझाव दिया गया है।
आंधी-तूफान से मच सकती है भयंकर तबाही मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से केरल और अन्य दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश की भविष्यवाणी भी की है। शुक्रवार से ही तमिलनाडु में तेज हवाओं के चलने के आसार हैं।
गरजदार बरसात और आंधी-तूफान के साथ 115 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाएं अपने रास्ते में आने वाले शहरों में भयंकर तबाही मचा सकती हैं। 29 अप्रैल को एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और मलप्पुरम के लिए एक 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है।
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नवंबर 2018 में गाजा चक्रवात ने मचाई भी भीषण तबाही अगर फानी चक्रवात के तमिलनाडु पहुंचने की IMD की भविष्यवाणी सही साबित होती है, तो नवंबर 2018 में गाजा चक्रवात के तबाही मचाने के बाद प्रदेश की जनता के लिए मौसम के प्रकोप को झेलने का यह दूसरा मौका होगा। तब 40 लोगों की मौत हो गई थी। तमिलनाडु में सरकार अलर्ट हो गई है, ताकि चक्रवात के आने की स्थिति में कम से कम नुकसान हो।