Congress-AAP के लगातार तल्ख हो रहे रिश्ते, अब अजय माकन ने केजरीवाल को घेरा,जेल जाने से बचने के लिए BJP से समझौते का आरोप
Congress-AAP Relation: कांग्रेस और आप के संबन्धों में लगातार खटास आ रही है। अब कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल जेल नहीं जाना चाहते हैं और इसीलिए उन्होंने भाजपा से समझौता कर लिया है।
Congress-AAP Relation: कांग्रेस और आम आदमी के बीच बयानबाजी लगातार तल्ख होती जा रही है। पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद दोनों दलों के नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दिल्ली संबंधी अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की आप की कोशिशों के बीच अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की कोशिश है कि विपक्षी एकता को किसी भी तरह तोड़ा जाए। दरअसल अरविंद केजरीवाल जेल नहीं जाना चाहते हैं और इसीलिए उन्होंने भाजपा से समझौता कर लिया है। उन्होंने कहा कि अगर वे चाहते हैं कि कांग्रेस उनका समर्थन करे तो वे कांग्रेस के खिलाफ इस तरह का बयान नहीं देते जिस तरह का बयान वे आजकल दे रहे हैं।
केजरीवाल के बयानों का जिक्र
दरअसल पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक के बाद दोनों दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग लगातार तेज होती जा रही है। केजरीवाल और उनके साथी नेता दिल्ली के संबंध में केंद्र सरकार की ओर से लाए गए अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की कोशिश में जुटे हैं तो कांग्रेस के नेता भी तीखा जवाब देने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। इसी कड़ी में अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
माकन ने केजरीवाल के राजस्थान दौरे की याद दिलाते हुए कहा कि राजस्थान जाकर केजरीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट के खिलाफ जमकर बयानबाजी की। एक तरफ वे कांग्रेस से समर्थन की उम्मीद रखते हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस के खिलाफ हमला करने का कोई मौका नहीं चूकते। वे विपक्षी एकता के पूरी तरह खिलाफ है और विपक्षी दलों की एकजुटता को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं।
जेल जाने से बचने की कोशिश
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि जेल जाने से बचने के लिए केजरीवाल भाजपा से मिले हुए हैं। भाजपा की ओर से उन्हें जेल भेजने की पूरी तैयारी हो चुकी है और उनके दो साथी पहले से ही जेल में बंद है। अपने दो साथियों को जेल से बाहर निकालने और खुद जेल जाने से बचने के लिए उन्होंने भाजपा के साथ समझौता कर लिया है।
पटना बैठक में केजरीवाल की हिस्सेदारी का जिक्र करते हुए अजय माकन ने कहा कि वे विपक्षी एकता को जोड़ने के लिए नहीं बल्कि एकता को खंडित करने के लिए बैठक में पहुंचे थे। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल ने बैठक के दौरान अध्यादेश पर कांग्रेस सहित सभी दलों से समर्थन मांगा था। कांग्रेस की ओर से रुख साफ न किए जाने पर बाद में केजरीवाल साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं पहुंचे थे। वे अपने साथी आप नेताओं के साथ दिल्ली रवाना हो गए थे।
दोनों दलों में तेज हुई जुबानी जंग
दोनों दलों के नेताओं के बीच जारी जुबानी जंग से साफ हो गया है कि दोनों दलों के बीच काफी गहरे मतभेद पैदा हो चुके हैं। ऐसे में दोनों दलों के बीच आगे किसी भी प्रकार के तालमेल की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है। माकन के बयान से पूर्व दिल्ली सरकार के मंत्री और आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कांग्रेस के रुख को लेकर सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा कि पटना बैठक के दौरान केजरीवाल ने कांग्रेस से दिल्ली के अध्यादेश के संबंध में अपना स्टैंड साफ करने को कह दिया है। अगर कांग्रेस में अपना रुख साफ नहीं किया तो कांग्रेस की मौजूदगी वाली किसी भी विपक्षी बैठक में आप हिस्सा नहीं लेगी।
आप का साथ देने के मूड में नहीं है कांग्रेस
कांग्रेस नेताओं के बयानों से साफ हो गया है कि वे इस मुद्दे पर आप का साथ देने के मूड में नहीं हैं। कांग्रेस की पंजाब और दिल्ली इकाई के नेता आम आदमी पार्टी से किसी भी प्रकार का गठबंधन करने के खिलाफ है। दिल्ली में लोकसभा की सात और पंजाब में 13 सीटें हैं और इस तरह इन 20 सीटों पर दोनों दलों के बीच चुनावी जंग होना तय मानी जा रही है। कई अन्य राज्यों में भी दोनों दलों के बीच मुकाबला तय माना जा रहा है। भाजपा इन दोनों दलों के बीच चल रही खींचतान का फायदा उठाने की कोशिश में जुट गई है।