बेहद दर्दनाक: पटरियों का सहारा लेकर निकले थे घर, ट्रेन की चपेट में आने हुई मौत
लॉकडाउन के कारण पैसे की कमी और काम बंद होने के बाद पैदल ही पटरियों से होते हुए चार मजदूर अपने घर लौट रहे थे। इसी बीच अनुपपुर-अंबिकापुर रेलवे ट्रैक पर मंगलवार की सुबह दो मजदूर मालगाड़ी की चपेट में आ गए।
नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन के शुरू होने के बाद दिल्ली, मुंबई कोलकाता में रहकर नौकरी करने वाले लोग यातायात का साधन न मिलने के कारण पैदल ही निकल लिए थे। छत्तीसगढ़ के मरवाही पेंड्रा गोरेल्ला जिले के गोरखपुर स्थित खाद बीज कंपनी में काम करने वाले चार मजदूर लॉकडाउन के दौरान पटरियों से होते हुए घर लौट रहे थे। पटरियों के रास्ते घर लौट रहे दो मजदूरों की मालगाड़ी से कट मौत हो गयी।
अनुपपुर-अंबिकापुर रेलवे ट्रैक पर हुई घटना
लॉकडाउन के कारण पैसे की कमी और काम बंद होने के बाद पैदल ही पटरियों से होते हुए चार मजदूर अपने घर लौट रहे थे। इसी बीच अनुपपुर-अंबिकापुर रेलवे ट्रैक पर मंगलवार की सुबह दो मजदूर मालगाड़ी की चपेट में आ गए। जिससे कटकर दोनों की मौत हो गई। वहीं, दो मजदूर बाल-बाल बच गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को बरामद किया।
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लॉकडाउन के कारण कंपनीयां फिलहाल बंद है
राज्य के सूरजपुर जिले के कई मजदूर मरवाही पेंड्रा गोरेल्ला जिले के गोरखपुर में खाद बीज कंपनी में काम करते हैं। देश में कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के कारण कंपनी फिलहाल बंद है। इसी के चलते सूरजपूर जिले के गेवरा उजगी निवासी कमलेश्वर राजवाड़े, गुलाब राजवाड़े और दो अन्य मजदूर पैदल ही वहां से अपने घर के लिए चल दिए थे। वे सोमवार की शाम खाना खाने के बाद रात भर अनुपपुर-अंबिकापुर रेलवे लाइन पर चलते रहे।
दो मजदूरों ने भागकर जान बचाई
मंगलवार की सुबह 8:30 मनेंद्रगढ़ के हसदेव जंगल से गुजरने वाली रेलवे ट्रैक के बीच पहुंचे ही थे कि अचानक वो मालगाड़ी की चपेट में आ गए। मालगाड़ी की चपेट में आने से कमलेश्वर और गुलाब राजवाड़े की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो मजदूरों ने भागकर जान बचाई। पुलिस ने घटना की जानकारी परिजनों को दे दी है।
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