New Parliament House: राजद ने नए संसद भवन को बताया ताबूत, पार्टी के ट्वीट पर मचा बवाल, जदयू ने भी कसा तंज
New Parliament House: लालू प्रसाद यादव की अगुवाई वाली पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की ओर से किए गए एक ट्वीट में संसद के नए भवन की तुलना ताबूत से की गई है।
New Parliament House: नए संसद भवन को लेकर विपक्ष का हमलावर रुख बना हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को संसद की नई इमारत का उद्घाटन किया मगर राष्ट्रीय जनता दल की ओर से किए गए एक ट्वीट को लेकर सियासी बवाल मच गया है। लालू प्रसाद यादव की अगुवाई वाली पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की ओर से किए गए एक ट्वीट में संसद के नए भवन की तुलना ताबूत से की गई है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी नए संसद भवन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है। पार्टी ने मोदी सरकार पर इतिहास को कलंकित करने का बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस समेत 20 प्रमुख विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। उन्होंने राष्ट्रपति के हाथों नई इमारत का उद्घाटन न कराए जाने को लेकर पहले ही उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान किया था।
राजद के ट्वीट पर भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया
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नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के दिन राजद की ओर से किए गए ट्वीट पर सियासी बवाल मच गया है। राजद की ओर से किए गए ट्वीट में नए संसद भवन को ताबूत बताया गया है। इस ट्वीट में नए संसद भवन की तस्वीर के साथ ताबूत की तस्वीर भी दी गई है और साथ में सवाल पूछा गया है कि यह क्या है? राजद के इस ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए भाजपा की ओर से इसे बेशर्मी की पराकाष्ठा बताया गया है। भाजपा ने राजद सांसदों से इस्तीफा देने की भी मांग की है।
इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण देते हुए राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि हमने यह ट्वीट इसलिए किया है ताकि राजनीति और लोकतंत्र का ताबूतीकरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में संवादहीनता का माहौल है और अधिनायकवाद को थोपने की कोशिश की जा रही है। संविधान का मजाक उड़ाया जा रहा है और ऐसे में हमने किसी मर्यादा या सीमा का उल्लंघन नहीं किया है। लोकतंत्र के मंदिर के ताबूतीकरण पर सवाल उठाना गलत नहीं है।
जदयू का मोदी सरकार पर बड़ा आरोप
इस बीच बिहार के दूसरे प्रमुख सियासी दल जदयू ने भी नए संसद भवन को लेकर तल्ख टिप्पणी की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार को घेर चुके हैं। नीतीश कुमार का कहना है कि पुरानी संसद को भी नया रूप दिया जा सकता था मगर मोदी सरकार ने तानाशाही दिखाते हुए नए संसद भवन का निर्माण कराया है।
नीतीश की पार्टी जदयू की ओर से कहा गया है कि नए संसद भवन के जरिए मोदी सरकार की ओर से देश के इतिहास को कलंकित करने का प्रयास किया गया है। जदयू के एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि हमारे देश का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है मगर नए संसद भवन के जरिए मोदी सरकार की ओर से देश में कलंक का इतिहास लिखने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस नेता ने की तल्ख टिप्पणी
कांग्रेस की ओर से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों नए संसद भवन का उद्घाटन कराने के मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया जताई गई है। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि आज उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी और भाजपा के अलावा दूसरे दलों के लोग मौजूद नहीं थे। तिवारी ने कहा कि विपक्ष के अधिकांश दलों ने उद्घाटन समारोह से दूरी बनाए रखी जिससे साफ हो गया है कि केंद्र सरकार पूरी तरह अलग-थलग पड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि संसद से जुड़े किसी कार्यक्रम में यदि विपक्ष ही हिस्सा नहीं लेगा तो ऐसे कार्यक्रम का क्या मतलब रह जाता है।
प्रमुख विपक्षी दलों ने किया किनारा
संसद की नई इमारत के उद्घाटन को लेकर देश में बड़ा सियासी घमासान मचा हुआ है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस समेत 20 प्रमुख विपक्षी दलों ने आज उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया। उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने वाले दलों में सपा, जदयू, राजद,आम आदमी पार्टी और टीएमसी जैसे प्रमुख दल शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की ओर से देश के इतिहास को बदलने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश की जनता सबकुछ देख रही है और एक दिन भाजपा सरकार खुद ही बदल जाएगी।
यूजर्स के आए रिएक्शन
राजद द्वारा किए ट्वीट पर कुछ यूजर्स ने चुटकी भी ले ली। एक नरेंद्र मोदी फैन यूजर ने लिखा 'लूट, डकैती, जंगलराज, चारा चोरी करने वालो को कफ़न जैसी चीजें ही नज़र आएगी'। वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि लालू जी स्वस्थ हैं और जैसे भी है है तो हिंदू ही। फिर अभी से “ताबूत” ख़रीद के रखने का क्या मतलब है! निंदनीय ट्वीट!