Maharashtra Election 2024: यूपी की खुन्नस महाराष्ट्र में निकाली, नहीं दिया एक भी सीट, अब क्या करेंगे अखिलेश?
Maharashtra Assembly Election 2024: अबू आज़मी ने मानखुर्द-शिवाजीनगर विधानसभा सीट से अपना पर्चा दाखिल किया है। इस सीट पर उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि एनसीपी नेता नवाब मलिक भी इस सीट से निर्दलीय के तौर पर नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
Maharashtra Assembly election 2024: राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता है। जब जिसे जहां मौका मिलता है वह वहीं अपना तालमेल बैठा लेता है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पांच सीटें गठबंधन के तहत मांग रहे थे, लेकिन उन्हें एक भी सीटें नहीं मिलीं। ऐसा लगाता है कि जिस तहर से अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा की नौ सीटों में से केवल दो सीट ही कांग्रेस को देना चाहते थे जिस पर कांग्रेस राजी नहीं हुई थी और आखिर में कांग्रेस ने चुनाव लड़ने से ही इनकार कर दिया। लगता है अब ऐसा की कुछ महाराष्ट्र गठबंधन ने अखिलेश यादव के साथ कर दिया है। वहां उनको गठबंधन की पार्टियां ने कोई सीट नहीं दी है।
यहां तक की उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आज़मी की सीट पर भी इस बार मुश्किलें खड़ी होती दिख रही हैं। अबू आज़मी ने सोमवार को मानखुर्द-शिवाजीनगर विधानसभा सीट से अपना पर्चा दाखिल किया। इस सीट पर उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि एनसीपी नेता नवाब मलिक भी इस सीट से निर्दलीय के तौर पर नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
2009 से चुने जा रहे हैं विधायक
आजमी 2009 से लगातार यहां से विधायक चुने जा रहे हैं। भिवंडी पूर्व में पार्टी के उम्मीदवार रईस शेख 2019 में भी वहां से चुने गए थे। अब शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व नगरसेवक राजेंद्र वाघमारे ने भी इस सीट से अपना नामांकन भर दिया है। वाघमारे ने कहा कि उन्होंने दो नामांकन दाखिल किए हैं, एक निर्दलीय और एक शिवसेना (यूबीटी) से। वाघमारे का कहना है कि उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की अनुमति के बाद ही अपना नामांकन दाखिल किया है। वाघमारे ने कहा, उद्धवजी ने मुझे बैकअप के तौर पर दो नामांकन दाखिल करने को कहा है। मेरे पास अभी एबी फॉर्म नहीं है, लेकिन अगर पार्टी तय करती है तो मैं एबी फॉर्म ले लूंगा जिसे मैं मंगलवार को जमा करूंगा।
सपा के साथ कोई औपचारिक गठबंधन नहीं
उन्होंने कहा, अगर पार्टी मुझे एबी फॉर्म नहीं देती है तो मैं स्वतंत्र रूप से लड़ने के लिए निर्देशों का इंतजार करूंगा। उन्होंने कहा कि सपा के साथ कोई औपचारिक गठबंधन नहीं है। हमें यकीन नहीं है कि सपा एमवीए में है या नहीं, इसलिए मैंने नामांकन दाखिल किया है। उन्होंने कहा कि इस सीट पर 15 साल से कोई अच्छा उम्मीदवार नहीं है, इसलिए मैं बदलाव के लिए लड़ रहा हूं।
सपा को अभी भी उम्मीद
दलित समुदाय से आने वाले वाघमारे पूर्व सेना (यूबीटी) पार्षद हैं और उनकी पत्नी सुजाता भी पूर्व सेना (यूबीटी) पार्षद हैं। वहीं सपा पदाधिकारी मेराज सिद्दीकी ने सोमवार शाम को कहा कि सपा को अभी भी उम्मीद है कि एमवीए नेता राज्य में पांच सीटों की उनकी मांग को स्वीकार करेंगे।
इन पांच सीटों- मानखुर्द-शिवाजीनगर, भिवंडी ईस्ट, भिवंडी वेस्ट, मालेगांव सेंट्रल और धुले-की घोषणा पिछले हफ्ते नासिक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने की थी। सिद्दीकी ने कहा, हम अभी भी एमवीए नेताओं द्वारा हमें सीटें आवंटित किए जाने का इंतजार कर रहे हैं। अगर हमें ये सीटें नहीं मिलती हैं, जिनकी घोषणा हमारे नेता ने की है, तो हम करीब दो दर्जन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे। आजमी ने पहले धमकी दी थी कि अगर पांच सीटों की मांग पूरी नहीं हुई तो वे 18-20 उम्मीदवार उतारेंगे।
नबाव मलिक ने भी किया ऐलान वहीं, एनसीपी (अजित पवार) के नेता नवाब मलिक ने भी मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से नामांकन करने का ऐलान कर दिया है। नवाब मलिक का महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा नाम है। माना जा रहा है कि मानखुर्द शिवाजी नगर मुस्लिम बहुल क्षेत्र है, ऐसे में आजमी भले ही अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं, यदि नवाब मलिक यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो वह उनके लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। लेकिन बीजेपी के विरोध के कारण एनसीपी ने उनका टिकट काट दिया है। अबू आजमी ने कहा कि बीजेपी जानती है कि उसे मुस्लिम वोट नहीं मिलते हैं, इसलिए वह उन्हें यहां भेजकर मुसलमानों के वोट को बांटना चाहती है।