सुरक्षा के घेरे में SC के पांचों जज, अयोध्या पर दिया था ऐतिहासिक फैसला
राम जन्मूभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में ऐतिहासिक फैसले सुप्रीम कोर्ट ने सुना दिया है। अब सब फैसले के बाद अमन चैन की गुहार में लगे है। देश के संवेदनशील इलाकों मे सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों के संवेदनशील इलाकों
जयपुर: राम जन्मूभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में ऐतिहासिक फैसले सुप्रीम कोर्ट ने सुना दिया है। अब सब फैसले के बाद अमन चैन की गुहार में लगे है। देश के संवेदनशील इलाकों मे सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों के संवेदनशील इलाकों में इंटरनेट सुविधा भी दो दिनों से बंद कर दी गई थी। सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए है। लेकिन इन सब में जिनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी सबसे अहम है वो है वे 5 जज।जिन्होंने ये ऐतिहासिक फैसला सुनाया है।
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फैसला सुनाने वाले सुप्रीम कोर्ट के पांचों जजों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उनकी सुरक्षा में जवानों की तैनाती की गई है। सीजेआई समेत किसी अन्य जज को लेकर कोई विशेष खतरा नहीं है। अयोध्या मामले का फैसला सुनाने वाली पीठ में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस शरद अरविंद बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा ड्रिल के तहत जवानों को इन जजों के आवासों पर तैनात किया गया है।
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इन जजों के आवासों की ओर जाने वाली सड़कों पर कुछ बेरिकैड लगाए गए हैं। अभी तक जजों के आवास पर गार्ड और अचल सुरक्षा थी। अब इनकी सुरक्षा में मोबाइल कंपोनेट और जजों के वाहनों के साथ सशस्त्र गार्डों से लैस एस्कार्ट वाहन भी लगाए गए है।