PM मोदी की आलोचक से 'फैन' बनीं शेहला राशिद बोलीं- 'कई बार ऐसी मुखालफत...जो नहीं करनी चाहिए'
Shehla Rashid News: शेहला राशिद के कहा, 'कई बार हम मुखालफत ऐसी चीजों की करते हैं जो नहीं करनी चाहिए।
Shehla Rashid on Ideology Change: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) की पूर्व स्टूडेंट शेहला राशिद (Shehla Rashid) का झुकाव इन दिनों भारतीय जनता पार्टी (BJP) और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ दिख रही है। शेहला के बयानों से लोग आश्चर्यचकित हैं। दरअसल, जेएनयू की पूर्व छात्रा और कभी कन्हैया कुमार और लेफ्ट विंग की मुखर वक्ता अपने बयानों से मोदी सरकार पर हमले बोला करती थीं। एक खबरिया चैनल के कार्यक्रम में उनके 180 डिग्री घूमने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपने ही अंदाज में इसका जवाब दिया।
180 डिग्री टर्न पर क्या बोलीं शेहला?
News 18 के एक विशेष कार्यक्रम में आमंत्रित कई अतिथियों में शेहला राशिद भी थीं। सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। एंकर ने उनसे पूछा कि, 'आपने अपनी विचारधारा को लेकर 180 डिग्री का टर्न ले लिया है। इस पर शेहला ने कहा, 'मैं नहीं बदली हूं बल्कि कश्मीर अब बदल गया है।'
शेहला बोलीं- 10 साल पहले सिर्फ 'आजादी की मांग'
शेहला राशिद (Shehla Rashid on Kashmir) ने आगे कहा, 'मौजूदा वक़्त में कश्मीर में हमारे मसले हैं कि पावर कट हो रहा है। 10 साल पहले केवल एक मसला होता था, वो है 'आजादी की मांग'। उन्होंने कहा, घाटी में बदलाव नजर आ रहा है। लोग 24 घंटे मोदी-मोदी ही नहीं करेंगे। परेशानी होने पर शिकायत भी करेंगे। मगर, वो शिकायत अपनी हुकूमत, अपनी सरकार से करेंगे।
'कई बार ऐसी मुखालफत...जो नहीं करनी चाहिए'
एंकर ने फिर पूछा, जेएनयू में हमने आपके मुखर रूप को देखा है। फिर ये हिम्मत लाना कि जिस बात के लिए लड़ रहे थे, तो वो हव्वा था। इस पर क्या कहेंगी? शेहला राशिद (Shehla Rashid News) के कहा, 'मैं यह कहूंगी कि ये एक लंबी प्रक्रिया थी। कोरोना महामारी के दौरान कई सारी ऐसी चीजें हुई, कई बार हम मुखालफत ऐसी चीजों की करते हैं जो नहीं करनी चाहिए। जैसे- कोविड वैक्सीन (covid vaccine) के लिए किया गया प्रयास। लोगों को इसके बारे में गलत जानकारी थी। आज लोग आधार के जरिए कई सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं।
शेहला किस पार्टी से जुड़ने जा रही हैं?
शेहला ने आगे कहा, 'मैं पॉलिटिकल हूं। इसमें कोई सीक्रेट नहीं है। मुझे कब से पॉलिटिक्स का कीड़ा था, मुझे याद भी नहीं। कश्मीर के बच्चे पॉलिटिकल आउट स्पोकन (Political Outspoken) होते ही हैं। इसके लिए सांसद बनने की जरूरत नहीं।' शेहला से स्पष्ट तौर पर किसी एक पार्टी का नाम लेने को कहा गया। इस पर उन्होंने कहा, 'अभी ऐसी कोई योजना नहीं है। मैं आम शहरी की तरह काम कर रही हूं। कश्मीर के लोग मोदी जी से प्यार करते हैं। कश्मीर में उप राज्यपाल साहब सभी से प्यार करते हैं। अभी मैंने इस बारे में नहीं सोचा है।'