Karnataka New CM: कांग्रेस ने कर दिया ऐलान, सिद्धारमैया ही होंगे सीएम, अपनी शर्त मनवाने में डीके भी रहे सफल

Karnataka New CM: कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने इस बाबत गुरूवार दोपहर को मीडिया में आधिकारिक ऐलान कर दिया।

Update: 2023-05-18 13:45 GMT
Karnataka New CM (photo: social media )

Karnataka New CM: विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 5 दिन बाद आखिरकार कर्नाटक का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसकी तस्वीर साफ हो गई है। तमाम ओपनियन पोल्स में लोकप्रियता के मामले में बाकी नेताओं से काफी आगे रहने वाले एस सिद्धारमैया के सिर ही मुख्यमंत्री का ताज सजा है। साल 2013 की तरह इस बार भी कांग्रेस आलाकमान ने इस कद्दावर ओबीसी नेता पर भरोसा जताया है। वहीं, डिप्टी सीएम का पद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के खाते में आई है।

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने इस बाबत गुरूवार दोपहर को मीडिया में आधिकारिक ऐलान कर दिया। इस ऐलान से पहले कांग्रेस में पिछले पांच दिनों में मैराथन बैठकों का दौर चला। आज सुबह सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मिले। इसके बाद सिद्धारमैया, शिवकुमार, केसी वेणुगोपाल और सुरजेवाला ने सुबह का नाश्ता साथ कर एकजुटता का संदेश दिया।

सोनिया के दखल के बाद बनी बात

कर्नाटक में सिद्धारमैया की प्रचंड लोकप्रियता साफ नजर आ रही थी। ऐसे में उनका मुख्यमंत्री बनना लगभग तय था और उनका राहुल गांधी से भी अच्छे रिश्ते हैं। लेकिन राज्य में कांग्रेस के संकटमोचक और तेजतर्रार नेता 2013 की तरह इस बार चूकने के मूड में बिल्कुल नहीं थे। उन्होंने संकतों में नाराजगी जाहिर कर दी। जब कांग्रेस के सभी शीर्ष नेता उन्हें मनाने में विफल रहे, तब सीन में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की एंट्री होती है। बताया जाता है कि बुधवार देर रात 2 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शिवकुमार की सोनिया गांधी से बात होती है और डीके तैयार हो जाते हैं।

अपनी शर्त मनवाने में डीके भी रहे सफल

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने गुरूवार सुबह पार्टी के फैसले का सम्मान करने की बात कहकर सीएम पद पर से दावा हटा लिया था। लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री न बनाए जाने को लेकर उनके सांसद भाई डीके सुरेश खुश नहीं है। शिवकुमार के समर्थकों का उत्साह भी ठंडा पड़ गया है। मगर इन सबके बीच डीके कांग्रेस आलाकमान से अपनी शर्त मनवाने में कामयाब रहे।

उन्होंने तीन डिप्टी सीएम के फॉर्मूले को खारिज करते हुए केवल एक उपमुख्यमंत्री होने की मांग रखी थी, साथ ही प्रदेश अध्यक्ष का पद भी अगले लोकसभा चुनाव तक बरकरार रखने की डिमांड रखी थी। जिसे हाईकमान ने मान लिया है। इसके अलावा उनके पास सरकार के मलाईदार विभाग भी होंगे।

कद्दावर दलित नेता ने जताई नाराजगी

कर्नाटक को लेकर कांग्रेस हाईकमान के फैसले पर पार्टी के अंदर से विरोध के स्वर भी उठऩे लगे हैं। वरिष्ठ दलित नेता और पूर्व डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने आलाकमान के फैसले पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि राज्य में दलित सीएम की डिमांड थी, मगर ऐसा नहीं हुआ। इससे दलित वर्ग आहत है। उन्होंने अपनी दावेदारी रखते हुए कहा कि मैं भी सरकार चला सकता था, सीएम नहीं तो कम से कम डिप्टी सीएम तो बना देते। परमेश्वर 2018 में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम बने थे।

20 मई को होगा शपथग्रहण

कर्नाटक में नई सरकार का शपथग्रहण 20 मई को दोपहर साढ़े 12 बजे होगा। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अलावा कुछ मंत्रियों को भी शपथ दिलाया जाएगा। राजधानी बेंगलुरू में गुरूवार शाम सात बजे विधायक दल की बैठक बुलाई गई, जिसमें पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक भी पहुंचेंगे।

बता दें कि 13 मई को आए नतीजे में कांग्रेस ने राज्य की 224 सीटों में 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, बीजेपी महज 66 सीटों पर सिमट कर रह गई थी। इसके अलावा जेडीएस भी महज 19 सीट जीत सकी थी।

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