जानिए कौन थे सिखों के तीसरे गुरु जिनका है आज जन्मदिन
गुरू अमरदास को सिख धर्म के तीसरे गुरू के नाम से जाना जाता है। उनकी जन्म बसरके भारत मे हुआ था। इनके पिता का नाम तेज भान जी था और माता का नाम माता लक्ष्मी जी था। इनका विवाह माता मनसा देवी से हुआ और इनके भी दो बेटे-बेटी थे।
लखनऊ: गुरू अमरदास को सिख धर्म के तीसरे गुरू के नाम से जाना जाता है। उनकी जन्म बसरके भारत मे हुआ था। इनके पिता का नाम तेज भान जी था और माता का नाम माता लक्ष्मी जी था। इनका विवाह माता मनसा देवी से हुआ और इनके भी दो बेटे-बेटी थे। बेटों का नाम मोहन जी और मोहरी जी था तथा बेटियों का नाम बीबी धानी जी और बीबी भानी जी था।
जिस समय गुरू अमरदास ने गुरू की गद्दी संभाली उस वक्त वे बुढ़े हो चुके थे। पिछले दो गुरूओं के ज्ञान का विस्तार अमरदास ने किया। आनंद साहिब नाम का गीत इन्होंने ही बनाया था और अपने निजी अनुभव उस गीत में साझा किए थे।
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अमृत जिन भक्तों ने लिया है वे दिन मे पाच बार आनंद साहिब का पाठ करते हैं। कई मंत्रियो को इन्होने सिख धर्म की शिक्षा का अध्यन कराया और उसे प्रचारित किया।
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अपने गुरू काल में अमरदास ने 52 महिलाओ और 22 पुरूषो को शिक्षा देकर उसका प्रचार करने के लिए भेजा। महिलाओ का सम्मान करना, सामानता इत्यादि गुरू अमरदास ने सिखाए।