Satyendar Jain Case: स्मृति ईरानी ने केजरीवाल पर बोला हमला, कहा- गिरफ्तारी के बाद भी क्यों कर रहे सत्येन्द्र जैन का बचाव
Satyendar Jain Case: गिरफ्तारी के बाद भी सत्येन्द्र जैन के मंत्री बने रहने पर स्मृति ईरानी ने आप पर हमला बोलते हुए कहा कि केजरीवाल क्यों सत्येन्द्र जैन का बचाव कर रहे हैं।
New Delhi: दिल्ली सरकार (Delhi Government) में स्वास्थ्य, बिजली और पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येन्द्र जैन को प्रवर्तन निदेशलाय द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार करने के बाद अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) पर सत्येन्द्र जैन का बचाव करने को लेकर हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का कहना है कि सत्येन्द्र जैन की गिरफ्तारी के बाद भी वह मंत्री पद पर काबिज हैं और उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि अरविंद केजरीवाल एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी मंत्री का बचाव क्यों कर रहे हैं। फिलहाल, सत्येन्द्र जैन को मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय की कस्टडी में भेजा गया है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यह बयान बुधवार को आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से दिया है। बतौर स्मृति ईरानी प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह साबित के दिया है कि सत्येन्द्र जैन ने 2010 से 2016 के बीच हवाला के ज़रिए गैरकानूनी मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) के काम को अंजाम देने में मदद की लेकिन बावजूद इसके अरविंद केजरीवाल अपने मंत्री को बर्खास्त करने के बजाय उन्हें निर्दोष बताते हुए उनका बचाव कर रहे हैं।
बीते दिन अरविंद केजरीवाल ने मामले पर दिया था यह बयान
इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ दर्ज मामलों की फ़ाइल को पूरी तरह फर्जी और राजनीतिक बताया गया है। अरविंद केजरीवाल की मानें तो प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सत्येंद्र जैन के खिलाफ उठाए गए सभी कदम और उनकी गिरफ्तारी के पीछे राजनीतिक कारण हैं तथा साथ ही दिल्ली सीएम केजरीवाल ने केंद्र सरकार द्वारा केन्द्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने और ईडी की मदद से सत्येन्द्र जैन को फंसाने के आरोप लगाए हैं।
ईडी ने अपनी रिपोर्ट में कही यह बात
प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येन्द्र जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करते हुए एक रिपोर्ट दाखिल की है। इस रिपोर्ट के माध्यम से ईडी ने दावा किया है कि मंत्री सत्येंद्र जैन कुछ कंपनियों को नियंत्रित करते थे जिन्हें करोड़ों रुपए की आवास प्रविष्टियाँ प्राप्त हुई थीं तथा साथ ही साल 2010 से 2016 के की अवधि के दौरान इन्होनें चार शेल कंपनियों की मदद के अलावा हवाला मार्ग के माध्यम से कोलकाता स्थित ऑपरेटरों को नकद पैसे हस्तांतरित किए गए थे।