Nabanna March: कोलकाता में छात्रों का 'नबन्ना मार्च' हिंसक, प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ छोड़े आंसू गैस के गोले

Nabanna march:पुलिस ने हावड़ा ब्रिज से प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।

Report :  Viren Singh
Update:2024-08-27 13:51 IST

Nabanna march in Kolkata (Pic:Newstrack)

Nabanna Abhijan: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज में लेडी डाक्टर से रेप के बाद मर्डर के मामले में लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्र मंगलवार को कोलकाता की सड़कों पर नबन्ना अभियान' मार्च अभियान का आह्वान करते हुए उतर आए हैं और इस घटना को लेकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल, नबन्ना राज्य सरकार का सचिवालय का नाम है और यहां से सरकार का कामकाज किया जाता है, इसलिए बंगाल के छात्रों ने ममता बनर्जी को घेरने और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए 'नबन्ना मर्चा' का आह्वान किया हुआ है।

देखते ही देखते प्रदर्शन हुआ हिंसक 

छात्रों द्वारा बुलाए 'नबन्ना मर्चा' अभियान को ममता सरकार द्वारा विफल बनाने के लिए कोलकाता की सड़कों पर चप्पे चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती की गई थी। हावड़ा ब्रिज को लोहे की दीवारों से सील कर दिया गया था। राज्य सचिवालय मार्ग की आने जाने वाले रास्तों को भी सील कर दिया था, लेकिन प्रदर्शनकारी छात्रों के आगे ये सब नाकाफी साबित हुए। छात्रों ने हावड़ा ब्रिज पर लगी बैरिकेडिंग उखड़ दिया और आगे बढ़ने लगे तो प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस उन पर आंसू गैस के गोले दागे। साथ ही प्रदर्शनकारियों को पीछे खदेड़ के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। प्रदर्शनकारी लगातार राज्य सचिवालय की ओर मार्च करने के लिए आगे बढ़ने की कोशिश किया तो पुलिस उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछार, आंसू गैस के गोले और लाठी चार्ज तक करना पड़ा।


पुलिस कर्मी घायल और चार प्रदर्शनकारी हिरासत में 

इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस चार प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में लिया है। इस गिरफ्तारी पर कोलकाता पुलिस की सेंट्रल डिवीजन की डिप्टी कमिश्नर (डीसी) इंदिरा मुखर्जी ने कहा कि जो भी होगा हम देखेंगे, कोई समस्या नहीं है। हम बाद में गिरफ्तारी की संख्या गिनेंगे, पहले हम यहां की चीजें देखेंगे। प्रदर्शनकारियों और पुसिल के साथ हुई हिंसंक झड़प में एक पुलिसकर्मी घायल के घायल हुए होने की खबर है। उसकी पहचान हावड़ा पुलिस आयुक्तालय के चंडीतला थाने के प्रभारी के रूप में हुई है। वहीं, हेस्टिंग्स और एमजी रोड इलाके में प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस पर पत्थर फेंकने की खबर आई है।


हमें पुलिस ने क्यों पीटा? 

प्रदर्शन में शामिल हुए एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमें पुलिस ने क्यों पीटा? हमने कोई कानून नहीं तोड़ा। हम मृतक डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करने के लिए शांतिपूर्ण रैली कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए। छात्र समाज' के प्रवक्ता सयान लाहिड़ी ने कहा कि इस रैली का राजनीति से कोई भी लेनादेना नहीं है। हमें उकसाए जाने के बावजूद हम इसे आरजी कर अस्पताल में हमारी बहन के साथ हुए जघन्य अपराध के खिलाफ अपने अभियान को शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक रखना चाहते हैं।




सीबीआई ने कई सामानों को जब्त किया

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सह वाइस प्रिंसिपल सप्तर्षि चटर्जी ने कहा, सीबीआई की टीम सभी दस्तावेज और कंप्यूटर, हार्ड डिस्क देखने मेरे कार्यालय आई थी। उन्होंने जब्त कर लिया और सभी सामानों को ले गए और हमें एक जब्ती सूची दी। मैं कल सीजीओ कॉम्प्लेक्स में अपने हस्ताक्षर प्रमाणित करने गया था जो पहले से ही सभी दस्तावेजों पर थे। हर दिन हम छात्रों से बात करते हैं और संकाय सदस्य अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं ताकि मरीजों को परेशानी न हो। मुझे लगता है कि आरजी कर धीरे-धीरे सामान्य जीवन में वापस आ रहे हैं क्योंकि मरीज की संख्या जो लगभग 100 थी, अब 1000 को पार कर गई है। ओपीडी और इमरजेंसी सहित सभी विभाग काम कर रहे हैं।





 

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