Supreme Court: जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस अरविंद कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में ली शपथ, जाने इनके बारे में

Supreme Court: जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस अरविंद कुमार ने सोमवार 13 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने दोनों जजों को शपथ दिलाई।

Report :  Jugul Kishor
Update: 2023-02-13 07:30 GMT

जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस अरविंद कुमार (Pic: Social Media)

Supreme Court: जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस अरविंद कुमार ने सोमवार 13 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने दोनों जजों को शपथ दिलाई। इन दोनों जजों के शपथ ग्रहण करने के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 34 हो गई है। पिछले काफी समय से सुप्रीम कोर्ट में जजों के पद रिक्त थे, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट में जजों का कोई पद खाली नहीं है। बता दें कि कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में नई नियुक्तियों होने के बारे में जानकारी दी थी।  

जानें जस्टिस अरविंद कुमार के बारें में?

जस्टिस अरविंद कुमार का जन्म 14 जुलाई 1962 को हुआ था। जस्टिस अरविंद कुमार ने 1987 में वकील के रूप में प्रैक्टिस शुरू की थी। जिसके बाद उनको 199 में कर्नाटक उच्च न्यायालय में स्थायी वकील के रुप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद साल 2005 में उन्हे भारत के सहायक सॉलिसिटर जनरल के रुप में नियुक्त किया गया। 26 जून 2009 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रुप में पदोन्नत कर दिया गया था। जिसके बाद 7 दिसंबर 2012 को स्थायी न्यायाधीश के रुप में नियुक्त किया गया था। जस्टिस अरविंद कुमार 13 अक्टूबर 2021 से गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रुप में कार्यरत थे।

जानें जस्टिस राजेश बिंदल के बारें में? 

जस्टिस राजेश बिंदल का जन्म 16 अप्रैल 1960 को हरियाणा के अंबाला शहर के एक सामान्य परिवार में हुआ था। उन्होने 1985 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की थी। जिसके बाद उन्होने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय से वकील के रुप में अपने करियर की शुरुआत की थी। 22 मार्च 2006 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रुप में उन्हे पदोन्नत किया गया था। उन्होंने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में अपने कार्यकाल के दौरान लगभग 80,000 मामलों का निपटारा किया। वह 11 अक्तूबर, 2021 से इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे। 

बता दें कि पिछले सोमवार 6 फरवरी को चीफ जस्टिस आफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने जस्टिस पंकज मित्तल, जस्टिस संजय करोल, जस्टिस संजय कुमार, जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और जस्टिस मनोज मिश्रा को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पद की शपथ दिलाई थी।  

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