Satyendar Jain Case: सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर SC ने ED को भेजा नोटिस, 11 माह से तिहाड़ में बंद हैं आप नेता
Satyendar Jain Case: जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने प्रवर्तन निदेशालय को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही शीर्ष अदालत ने एक बड़ी राहत देते हुए जैन को अवकाशकालीन बेंच के सामने अपील करने की छूट प्रदान की है।
Satyendar Jain Case: दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन की धनशोधन मामले में जमानत याचिका पर गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने प्रवर्तन निदेशालय को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही शीर्ष अदालत ने एक बड़ी राहत देते हुए जैन को अवकाशकालीन बेंच के सामने अपील करने की छूट प्रदान की है। उनकी ओर से ये याचिका सुप्रीम कोर्ट में 15 मई को दायर की गई थी।
पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को पिछले साल जून 30 को ईडी ने धनशोधन के मामले में गिरफ्तार किया था। तब से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। इस दौरान उन्होने लोअर कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया मगर कहीं से उन्हें राहत नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की ओर रूख किया। दिल्ली उच्च न्यायालय ने अप्रैल में ये कहते हुए उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी कि बाहर आने पर वे सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं। कोर्ट ने कहा था कि आप एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं, सबूतों और गवाहों से आप छेड़छाड़ कर सकते हैं।
शीर्ष अदालत में जैन के वकील की दलील
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवीं आप नेता सत्येंद्र जैन की ओर से पेश हुए। उन्होंने अदालत से मेडकिल ग्राउंड पर भी जमानत देने पर विचार करने का आग्रह किया। सिंघवी ने कहा कि जेल में पूर्व मंत्री का वजन 35 किलोग्राम कम हो गया है। एक तरह से वह कंकाल बन गए हैं। वह कई बीमारियों से भी पीड़ित हैं। वहीं, ईडी की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने पूर्व मंत्री की जमानत याचिका का पुरजोर विरोध किया। उन्होंने कहा कि वे कैविएट पर हैं, इसलिए इस याचिका का विरोध करते हैं। अदालत ने इस पर अगली सुनवाई की तारीख स्पष्ट नहीं करते हुए कहा कि जैन अवकाशकालीन बेंच में राहत के लिए अपील कर सकते हैं।
Also Read
मंत्री पद से मार्च में दिया था इस्तीफा
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी समझे जाने वाले पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। ईडी का आरोप है कि जैन ने चार कोलकाता बेस्ट शैल कंपनियों के जरिए इसे अंजाम दिया था। हालांकि, सत्येंद्र जैन इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हैं। सीएम केजरीवाल समेत पूरी आम आदमी पार्टी इसे केंद्र सरकार का षड्यंत्र बताते रही है।
जैन को जब गिरफ्तार किया गया था तब वे दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के पद पर थे। तिहाड़ जेल भेजने के बावजूद अरविंद केजरीवाल ने उनसे इस्तीफा नहीं लिया था। इस साल मार्च में जब सीबीआई ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा। तब सिसोदिया के साथ-साथ जैन ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। मनीष सिसोदिया शराब घोटाला मामले में सलाखों के पीछे हैं। बता दें कि सत्येंद्र जैन को लेकर उस समय भी विवाद हुआ था, जब बीते साल नवंबर में तिहाड़ जेल से उनके सेल के सीसीटीवी फुटेज सामने आए थे। जिसमें साफ दिख रहा था कि उन्हें किस प्रकार वीआईपी ट्रीटमेंट हासिल है।