Surat Chemical Plant Blast: सूरत केमिकल प्लांट ब्लास्ट में 7 की जलकर मौत, 20 घायलों में 8 की हालत गंभीर
Surat Chemical Plant Blast: इस हादसे में 20 अन्य कर्मचारी जख्मी हुए हैं, जिनमें 8 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
Surat Chemical Plant Blast: डायमंड सिटी के नाम से मशहूर गुजरात के सूरत में बड़ा हादसा हो गया है। बुधवार 29 नवंबर को शहर के एक केमिकल प्लांट में ब्लास्ट हुआ था। जिसके बाद भयानक आग लग गई, जिसमें सात कर्मचारी जिंदा जलकर मर गए। घटना के 24 घंटे बाद सातों का शव बरामद किया गया है। पुलिस को घटनास्थल से मानव कंकाल मिले हैं।
जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में 20 अन्य कर्मचारी जख्मी हुए हैं, जिनमें 8 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। फिलहाल मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। मौके पर मौजूद दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जीआईडीसी औद्योगिक क्षेत्र में स्थित फैक्ट्री में देर रात करीब दो बजे एक बड़े टैंक में रखे केमिकल में रिसाव हुआ।
इसके चलते जोरदार विस्फोट हुआ और फिर आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरी यूनिट को अपनी चपेट में ले लिया। प्लांट की तीन मंजिला इमारत धू-धू कर जलने लगी। सूचना मिलने के बाद फौरन दमकल विभाग की कई गाड़ियों को घटनास्थल की ओर रवाना किया गया। 9 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
केमिकल के कारण आग ने धारण किया भीषण रूप
जिस फैक्ट्री में हादसा हुआ उसका नाम इथर इंडस्ट्रीज लिमिटेड है। कंपनी का मालिकाना हक अश्विन देसाई के पास है। इस प्लांट में मेथॉक्सीथाइल फिनाइल, मिथाइलबेंजॉइल क्लोराइड (एमएमबीसी), थियोफीन-2-इथेनॉल (टी2ई) जैसे केमिकल तैयार होते हैं। इसके अलावा यहां पर ऑर्थो टोलिल बेंजो नाइट्राइल (ओटीबीएन), एन-ऑक्टाइल-डी-ग्लूकामाइन, डेल्टा-वेलेरोलैक्टोन, और बिफेन्थ्रिन अल्कोहल का निर्माण भी बड़े पैमाने पर होता है।
फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के मुताबिक, भारी मात्रा में केमिकल की मौजूदगी के कारण आग ने तुरंत भीषण रूप धारण कर लिया। इस हादसे में गंभीर रूप से जख्मी हुए 8 कर्मचारी 70 फीसदी तक जल चुके हैं। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि सूरत में इस तरह की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले साल 2020 में भी यहां की एक केमिकल फैक्ट्री में ऐसा ही हादसा देखने को मिला था।