Swati Maliwal: लखनऊ की तस्वीर ने बिगाड़ा स्वाति का मूड, 80 घंटे की खामोशी के बाद इसलिए खोल दिया आप के खिलाफ मोर्चा

Swati Maliwal: स्वाति मालीवाल ने करीब अस्सी घंटे तक अपने साथ हुई मारपीट को लेकर चुप्पी साधे रखी मगर गुरुवार को लिखित शिकायत पुलिस को सौंपी।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-05-18 05:29 GMT

Arvind kejriwal , Sanjay Singh , Vibhav Kumar (Photo: social media )

Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी के सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल अपने साथ मुख्यमंत्री आवास पर की गई मारपीट को लेकर अब आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में दिख रहे हैं। 13 मई को हुई इस घटना के बाद स्वाति मालीवाल ने पीसीआर को कॉल किया,खुद थाने पहुंचीं मगर फिर एक फोन आने के बाद दिए बिना शिकायत दर्ज कराए लौट गई थीं। 16 मई तक स्वाति के साथ हुई घटना को लेकर अटकलों का बाजार गरम रहा।

स्वाति मालीवाल ने करीब अस्सी घंटे तक अपने साथ हुई मारपीट को लेकर चुप्पी साधे रखी मगर गुरुवार को उन्होंने अपने साथ हुई घटना के संबंध में पुलिस को लिखित शिकायत सौंपी जिसके बाद दिल्ली पुलिस इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच पड़ताल में जुट गई है। जानकारों का कहना है कि स्वाति मालीवाल को लखनऊ की उस तस्वीर ने खामोशी तोड़ने पर मजबूर कर दिया जिसमें स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट के आरोपी केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार केजरीवाल और आप सांसद संजय सिंह के साथ दिखे थे।

स्वाति को दिया गया था सख्त एक्शन का भरोसा

जानकार सूत्रों का कहना है कि 13 मई को हुई मारपीट की घटना के बाद आप की ओर से स्वाति मालीवाल से संपर्क साधा गया था और उन्हें इस मामले में कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिया गया था। स्वाति के करीबी लोगों का कहना है कि पार्टी की ओर से दिए गए इस भरोसे के बाद स्वाति मालीवाल ने चुप्पी साधे रखने का फैसला किया था।

लगभग 30 घंटे की खामोशी के बाद आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी मीडिया के सामने आए थे और उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर स्वाति के साथ विभव कुमार की ओर से की गई बदसलूकी की बात स्वीकार की थी।

उनका यह भी कहना था कि मुख्यमंत्री ने इस गंभीर मामले का संज्ञान लिया है और इस मामले में सख्त एक्शन लिया जाएगा। बाद में वे स्वाति मालीवाल के आवास पर भी पहुंचे थे। स्वाति के साथ लंबी बातचीत के दौरान भी उन्होंने पार्टी की ओर से कार्रवाई किए जाने की बात कही थी। यही कारण था कि स्वाति मालीवाल ने पूरी घटना को लेकर चुप्पी साध रखी थी।


लखनऊ एयरपोर्ट की तस्वीर से बदला स्वाति का मूड

स्वाति मालीवाल की इस चुप्पी के बीच एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने स्वाति का पूरा मूड बिगाड़ दिया। दरअसल दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविंद केजरीवाल बुधवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के सिलसिले में लखनऊ पहुंचे थे। उनकी इस यात्रा के दौरान एयरपोर्ट की एक तस्वीर काफी तेजी से वायरल हुई जिसमें उनके और संजय सिंह के साथ मारपीट के आरोपी विभव कुमार भी मौजूद थे।

यह तस्वीर काफी तेजी से वायरल हुई और कहा जाने लगा कि केजरीवाल विभव कुमार को बचाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। पार्टी की ओर से उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा। स्वाति के करीबी लोगों का कहना है कि इस तस्वीर को देखने के बाद स्वाति का भरोसा पूरी तरह टूट गया।

उन्हें महसूस हुआ कि पार्टी की ओर से उन्हें ठगा जा रहा है और विभव कुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने वाली है। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद उनका पूरा मूड बदल गया और उन्होंने न्याय पाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला कर लिया।


फिर स्वाति ने खोल दिया विभव के खिलाफ मोर्चा

इसी के बाद स्वाति मालीवाल ने अपने घर पर पहुंची दिल्ली पुलिस के अफसरों की टीम को घटना का पूरा ब्योरा बताया और विभव कुमार के खिलाफ ढाई पेज का शिकायती पत्र दिल्ली पुलिस को सौंप दिया। दिल्ली पुलिस ने भी इसके बाद काफी तेजी से जांच पड़ताल शुरू कर दी और स्वाति मालीवाल का मेडिकल कराने के साथ ही मुख्यमंत्री आवास पर मारपीट की घटना का सीन भी रीक्रिएट किया।

स्वाति मालीवाल की ओर से विभव कुमार के खिलाफ केस दर्ज कराए जाने के बाद अब आम आदमी पार्टी भी खुलकर मैदान में आ गई है और उसका कहना है कि स्वाति मालीवाल भाजपा का मोहरा बन गई हैं और भाजपा की साजिश के तहत वे पार्टी को बदनाम करने की कोशिश में जुटी हुई है। आप के नेता अब पूरी घटना को झूठा साबित करने की कोशिश में लग गए हैं।


केजरीवाल की चुप्पी से गंभीर हुआ मामला

दूसरी ओर स्वामी मालीवाल ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के साथ ही सोशल मीडिया के जरिए आप के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने अपनी डीपी से केजरीवाल की तस्वीर भी हटा दी है। वे लगातार हमला करने में जुटी हुई हैं और उनकी ओर से उठाए जा रहे सवालों का जवाब देना आप के लिए मुश्किल साबित हो रहा है।

मजे की बात यह है कि इस गंभीर प्रकरण को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अभी तक चुप्पी साध रखी है और उनकी चुप्पी भी इस प्रकरण को इतना बढ़ाने में बड़ा कारण मानी जा रही है।

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